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Genius Review : 'गदर' बनाने वाले डायरेक्टर नहीं बना पाए अपने बेटे को 'जिनियस'
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Genius Review : ‘गदर’ बनाने वाले डायरेक्टर नहीं बना पाए अपने बेटे को ‘जिनियस’

इस हफ्ते बॉक्स ऑफिस पर गदर एक प्रेम कथा जैसी फिल्म बनाने वाले डायरेक्टर अनिल शर्मा की फिल्म जीनियस रिलीज हुई है, अनिल शर्मा ने इस फिल्म से अपने बेटे उत्कर्ष शर्मा को लॉंच किया है.

फिल्म की कहानी वासुदेव शास्त्री (उत्कर्ष शर्मा) से शुरू होती है जो मथुरा का रहने वाला है. दिखाया गया है कि किस तरह से पढ़ाई- लिखाई के बाद वह भारतीय सुरक्षा के लिए रॉ में काम करने लगता है. इसी दौरान उसकी मुलाकात कॉलेज का प्यार रही नंदिनी (इशिता चौहान) से दोबारा होती है. कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब MRS (नवाजुद्दीन सिद्दीकी) की एंट्री होती है. एक तरफ प्यार है तो दूसरी तरफ भारतीय सुरक्षा में घात लगाए लोगों से देश को बचाने का काम वासुदेव को मिलता है. कहानी में बहुत सारे ट्विस्ट और टर्न आते हैं और अंततः क्या होता है यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी.

फिल्म की कमजोर कड़ी इसकी कहानी, डायरेक्शन, स्क्रीनप्ले के साथ साथ लगभग पौने तीन घंटे की लेंथ भी है. आज कल बनने वाली फिल्मों के हिसाब से कहानी बहुत ही कमजोर है और जिस तरह से फिल्मांकन किया गया है उसमें कुछ भी नयापन नहीं है. और हर एक दो सीन के बादआने वाले गाने इसकी कहानी को और भी कमजोर बना देते हैं. ये एक बहुत बढ़िया फिल्म बन सकती थी. फिल्म का म्यूजिक भी रिलीज से पहले हिट नहीं हो पाया है. फिल्म का स्क्रीनप्ले भी काफी पुराना लगता है. इसमें में बहुत सारा कन्फूशन है, जो फिल्म खत्म होने के बाद भी दूर नहीं होते हैं. फिल्म का क्लाइमेक्स भी काफी पुराने टाइप का है. मिथुन चक्रवर्ती और आयशा जुल्का जैसे कलाकारों को भी सही तरह से प्रयोग में नहीं लाया गया है इस फिल्म को देख कर ऐसा लगता है जैसे हम 90 के दशक की कोई एक्शन फिल्म देख रहे हों.

जब कहानी और स्क्रीन प्ले कमजोर हो तो फिर एक्टर कितना भी अच्छा हो वो भी फिल्म को नहीं बचा सकता और यही यहाँ इस फिल्म के साथ होता है फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दीकी  के पास ज्यादा कुछ करने को था नहीं, इस तरह के रोल में हम उन्हें कई फिल्म में देख चुके हैं, मगर फिर भी जब जब नवाज स्क्रीन पर आते हैं तो फिल्म  में जान आती है. फिल्म के लीड एक्टर उत्कर्ष शर्मा को अभी एक्टिंग और सीखनी चाहिए। वो कॉलेज बॉय में तो अच्छे लगे पर एक्शन सीन और इमोशनल सीन में वो कमजोर पड़ जाते हैं, वहीँ फिल्म में इशिता चौहान ने भी अपना डेब्यू है और फिल्म में उनका रोल वैसे ही है जैसे 90 के दशक में हीरोइन के लिए होता था.

इस फिल्म में अगर कुछ अच्छा है तो वो है इस फिल्म की लोकेशन और प्रोडक्शन डिजाइनिंग फिल्म के गाने अच्छी लोकेशन पर शूट किये गए हैं साथ ही फिल्म की शूटिंग कई जगह पर हो रखी है जो देखने में अच्छे लगते है
कुल मिलाकर ये एक औसत फिल्म है अगर आप मसाला फिल्म पंसद करते हैं तो आप इसे देख सकते हैं

रेटिंग : 2 स्टार

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