पदà¥à¤®à¤¶à¥à¤°à¥€ मिलने पर मनोज बाजपेयी बोले, ‘अचà¥à¤›à¤¾ है कि मà¥à¤à¥‡ टà¥à¤µà¤¿à¤Ÿà¤° पर कोई गाली नहीं दे रहा’

25 सालों से फिलà¥à¤® इंडसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ में काम करने वाले बेहतरीन à¤à¤•à¥à¤Ÿà¤° मनोज बाजपेयी को पदà¥à¤®à¤¶à¥à¤°à¥€ अवारà¥à¤¡ मिला है. अवारà¥à¤¡ मिलने की उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जितनी खà¥à¤¶à¥€ है, उतना ही नाज़ है. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने परिवार को गरà¥à¤µ महसूस करवाया. मनोज ने कहा, “मैं हमेशा कहता हूं कि जिस समà¥à¤®à¤¾à¤¨ से आपके अपने लोगों को लगे कि उनको समà¥à¤®à¤¾à¤¨ मिला है, वो सबसे बड़ी उपलबà¥à¤§à¤¿ है. सबसे बड़ा अवॉरà¥à¤¡. मेरे परिवार के लोग, माता-पिता, मेरी पतà¥à¤¨à¥€, मेरे दोसà¥à¤¤ सबको à¤à¤¸à¤¾ लग रहा है कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पदà¥à¤®à¤¶à¥à¤°à¥€ मिला है.”
मनोज बाजपेयी को दो नेशनल अवॉरà¥à¤¡ मिल चà¥à¤•े हैं और अकà¥à¤¸à¤° à¤à¤•à¥à¤Ÿà¤¿à¤‚ग के मामले में वो कà¥à¤°à¤¿à¤Ÿà¤¿à¤• के फेवरेट रहे हैं लेकिन जब से पदà¥à¤®à¤¶à¥à¤°à¥€ की घोषणा हà¥à¤ˆ, टà¥à¤µà¤¿à¤Ÿà¤° पर हर कोई उनका गà¥à¤£à¤—ान कर रहा है. हर कोई इस बात से बेहद खà¥à¤¶ है कि मनोज को यह समà¥à¤®à¤¾à¤¨ मिला. मनोज कहते है, “कमाल की बात है कि लोगो का à¤à¤¸à¤¾ रिà¤à¤•à¥à¤¶à¤¨ है कि फाइनली मिल गया, पहले मिलना चाहिठथा और टà¥à¤µà¤¿à¤Ÿà¤°-फेसबà¥à¤• पर कोई à¤à¥€ गाली नहीं दे रहा. यहां तक कि कà¥à¤› लोगों के रिà¤à¤•à¥à¤¶à¤¨à¥à¤¸ तो à¤à¤¸à¥‡ थे, अरे इनको नहीं मिला था, इनको मिला नहीं था कà¥à¤¯à¤¾.”
वो आगे कहते हैं, “बहà¥à¤¤ अचà¥à¤›à¥€ फीलिंग है. जब हर कोई मानता है कि मैं इस लायक हूं. जब à¤à¤•मत फैसला होता है ना, उसका मज़ा ही कà¥à¤› और होता है. मैं इस मामले में लकी हूं. जब नहीं मिला तो जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ हंगामा हà¥à¤†, मिलने के बाद लोगो ने कहा सही मिला है. वो जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ बड़ी उपलबà¥à¤§à¤¿ है.”
à¤à¤¸à¥‡ मोटिवेशन के बाद मनोज और उनकी टीम काम के लिठकाफी उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ है. मनोज कहते है, “अब और काम करना है. मैं कह रहा था अपने आप को और टीम को की इतना खà¥à¤¶ मत हो, काम से ही नेशनल अवॉरà¥à¤¡ और पदà¥à¤®à¤¶à¥à¤°à¥€ मिलते हैं. काम पर ही धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ दो तो हमारा और हमारी टीम का जजà¥à¤¬à¤¾ इसी बात से है कि हम हर दिन जो à¤à¥€ काम करे, छोटे से छोटा बड़े से बड़ा, वो हमारे लिठमà¥à¤—लेआजम हो.”