Tandav Web Series Controversy: जानिये पहले एपिसोड के 17वें मिनट में ऐसा क्या है जिसने पूरे भारत में मचा दिया ‘तांडव’

डायरेक्टर अली अब्बास जफर की डेब्यू वेब सीरीज ‘तांडव’ पर लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है। सैफ अली खान स्टारर वेब सीरीज बीते शुक्रवार को रिलीज हुई और इसके बाद बवाल शुरू हो गया। दरअसल, ‘तांडव’ के पहले एपिसोड के 17वें मिनट के सीन को लेकर दर्शकों ने नाराजगी जाहिर की है।
https://twitter.com/ankita_thakur2/status/1349933156044922881
वेब सीरीज ‘तांडव’ के पहले एपिसोड में दिखाया गया है कि जीशान अय्यूब यूनिवर्सिटी के फंक्शन में भगवान शिव का रोल प्ले कर रहे हैं लेकिन उनका गेटअप शिव की तरह नहीं है। इस दौरान नारद के वेश में एक और कलाकार कहता है, ‘नारायण-नारायण। भोले नाथ… प्रभू… ईश्वर… ये रामजी के फॉलोअर्स लगातार सोशल मीडिया पर बढ़ते ही जा रहे हैं। मुझे लगता है कि हमें भी कुछ नई सोशल मीडिया रणनीति बना ही लेनी चाहिए।’ इस पर जीशान अय्यूब कहते हैं, ‘क्या करूं मैं तस्वीर बदल दूं क्या?’ इसके बाद नारद के वेश में कलाकार कहता है, ‘भोलेनाथ आप तो बहुत ही भोले हैं। कुछ नया कीजिए बल्कि कुछ नया ट्वीट कीजिए। कुछ सनसनीखेज, कुछ भड़कता हुआ शोला। जैसे कैम्पस के सभी विद्यार्थी देशद्रोही हो गए और आजादी -आजादी के नारे लगा रहे हैं।’ जीशान अय्यूब कहते हैं, ‘आजादी और फिर बीप की आवाज आती है।’
Why someone needs to take help of Hindu gods for making a movie ?#BoycottTandav pic.twitter.com/3QIKerxyTM
— भारतीय ब्राहमण 🚩❤️🚩🙏 (@yashrajcool11) January 15, 2021
जीशान अय्यूब नारद के वेश में कलाकार से कहते हैं, ‘जब मैं सोने गया था तब तक आजादी कूल चीज होती थी और अब बुरी होगी क्या?’ इसके बाद जीशान अय्यूब विद्यार्थियों से कहते हैं, ‘तुम लोगों किस चीज आजादी चाहिए।’ इस पर विद्यार्थी कहते हैं कि भुखमरी, सामंतवाद, जातिवाद और भ्रष्टाचार से आजादी चाहिए। तब जीशान अय्यूब कहते हैं, ‘मतलब देश से आजादी नहीं चाहिए कि देश में रहते हुए आजादी चाहिए। इनको समझाओ कि जिओ और हमें भी जीन दो।’
https://twitter.com/SherlynChopra/status/1350667561629753346
बताते चलें कि मुंबई और लखनऊ में इसके खिलाफ केस दर्ज होने के बाद अब बिहार के मुजफ्फरपुर कोर्ट में तांडव के ऐक्टर्स सैफ अली खान, डिंपल कपाड़िया और सुनील ग्रोवर सहित 32 फिल्मी हस्तियों पर केस दर्ज किया गया है। वेब सीरीज में हिंदू देवी देवताओं का उपहास उड़ाने और समाज में जातिवाद को बढ़ावा दिए जाने का आरोप लगाय है।