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BirthDay Special : आशा भोसले इस वजह से कभी स्कूल नहीं गईं , जाने क्यों फिर लता मंगेशकर का स्‍कूल भी छुड़वा दिया
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BirthDay Special : आशा भोसले इस वजह से कभी स्कूल नहीं गईं , जाने क्यों फिर लता मंगेशकर का स्‍कूल भी छुड़वा दिया

मशहूर प्लेबैक सिंगर आशा भोंसले का जन्म 8 सितम्बर 1933 को महाराष्ट्र के सांगली में एक मराठा फैमिली में हुआ था. लता मंगेशकर की छोटी बहन आशा भोंसले के पिता दीनानाथ मंगेशकर एक एक्टर होने के साथ साथ क्लासिकल सिंगर भी थे. आशा भोंसले ने साल 1943 में अपने करियर की शुरुआत एक मराठी फिल्म के गाने से की, जिसके बाद उन्होंने साल 1948 में अपना पहला हिंदी गाना हंसराज बहल के लिए, फिल्म चुनरिया का ‘सावन आया’ गाया.

आशा ने अपने परिवार में शुरू से ही संगीत का माहौल देखा था लेकिन तब तक उनके मन में ऐसा नहीं था कि वह भी कभी एक प्लेबैक सिंगर बनेंगीं। पिता दीनानाथ मंगेश्कर गायिकी के सम्राट थे। ऐसे में वह बेटी लता मंगेशकर को बचपन से गायकी की शिक्षा दे रहे थे। आशा हमेशा उन्हें रियाज करती देखती थीं। एक बार लता मंगेशकर स्कूल जा रही थीं। तभी छोटी बहन आशा भी उनके साथ स्कूल जाने के लिए तैयार हो गईं। उस वक्त सिर्फ लता मंगेशकर ही स्कूल जाया करती थीं।

वहीं आशा बहुत छोटी थीं। ऐसे में लता आशा को अपने साथ अपने स्कूल लेकर चली गईं। स्कूल पहुंची तो मास्टर जी ने दोनों बहनों को साथ देखा। मास्टर जी ने देखते ही उन्हें डांट दिया। साथ ही मास्टर जी ने कहा कि एक बच्चे की फीस में दो बच्चों की पढ़ाई नहीं हो सकती। मास्टर जी की डांट सुनकर दोनों बहने रोते हुए घर वापस आ गईं। जब पिता दीनानाथ मंगेशकर ने ये बात सुनी तो उन्हें बहुत बुरा लगा कि स्कूल में उन्की बेटियों को रुलाया गया। ऐसे में पिता ने ये कहा कि वह अपनी बच्चियों को ऐसे स्कूल में नहीं भेजेंगे जहां मास्टर जी उन्हें रुला देते हैं। इसके बाद दोनों बहनों की पढा़ई लिखाई घर में ही शुरू करवाई गई।

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