Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the jannah domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/Filmymantra.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the jannah domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/Filmymantra.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the wordpress-seo domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/Filmymantra.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114
अभिनेता ओमपुरी की 10 यादगार फिल्में - Filmymantra
Specials

अभिनेता ओमपुरी की 10 यादगार फिल्में

बॉलीवुड अभिनेता ओम पुरी अब भले ही हमारे बीच नहीं रहे ,लेकिन उन्होंनें भारतीय सीने जगत में अपना जो योगदान दिया है उसने इस कलाकार को हमेशा के लिए अमर कर दिया ।

यूं तो ओम पुरी नें अपने पूरे जीवन में एक से बढ़ कर एक फिल्में की लेकिन इन फिल्मों के बीच कुछ ऐसी फिल्में भी शामिल हैं जिन्होनें सिने प्रेमियों के बीच  काफी गहरी छाप छोड़ी है ।

 

बॉलीवुड  में करीबन 100 से भी ज्यादा बेहतरीन फिल्में करने के बाद अभिनेता ओम पुरी नें हॉलीवुड फिल्मों का रूख किया और विदेशी सरजमीं पर भी 20 से ज्यादा फिल्में कर एक अच्छे अभिनेता के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल रहे ।

ओम पुरी नें अपने फिल्मी सफर की शुरूआत मराठी फिल्म घासीराम कोतवाल के साथ की थी । हिन्दी फिल्मों में ओम पुरी नें अपना सफर सत्यजीत रे की फिल्म सदगती 1981 के साथ शुरू किया फिल्म की कहानी हिन्दी के प्रसिद्ध उपन्यासकार मुंशी प्रेम चंद की लिखी कहानी पर आधारित थी ।

 आरोहण हिंदी फिल्म (1982 ) –  मराठी, गुजराती,तमिल,पंजाबी समेत कई भाषाओं में फिल्में कर चुके अभिनेता ओम पूरी को उनकी जिंदगी का पहला नेशनल अवार्ड उनकी फिल्म आरोहण के लिए दिया गया । हिंदी फिल्म आरोहण के लिए उन्हें पहला बेस्ट  नेशनल एक्टर का अवार्ड मिला । निर्देशक श्याम बेनेगल की इस फिल्म में ओम पुरी नें बंगाल के एक छोटे से गांव में रहने वाले एक गरीब किसान हरी मोंडल का किरदार निभाया था । इस फिल्म नें दर्शकों के दिलों पर एक गहरी छाप छोड़ी और ओम पुरी के इस किरदार को काफी सराहा गया ।

अर्ध सत्य हिंदी फिल्म (1983) – आरोहण के बाद लगातार ओम पुरी को उनकी दूसरी फिल्म अर्ध सत्य के लिए भी नेशनल अवार्ड से सम्मानित किया गया इस हिंदी फिल्म के लिए भी ओम पुरी को बेस्ट नेशनल एक्टर का अवार्ड मिला फिल्म निर्देशक गोविंद निहलानी की इस फिल्म में ओम पुरी अनंत वेलांकर नाम के पुलिस ऑफिसर का किरदार निभाते नज़र आए थे फिल्म में उनके करीबी दोस्त और बॉलीवुड एक्टर  नसीरद्दीन शाह भी उनके साथी कलाकार के रूप में दिखे, वहीं बॉलीवुड फिल्मों की मशहूर एक्ट्रेस स्मिता पाटिल ओम पुरी के साथ फिमेल लीड में हैं । एक नेता द्वारा अपनी पत्नी पर किए गए अत्याचार और एक ईमानदार पुलिस वाले की कहानी को फिल्म में दिखाया गया है । ओम पुरी स्टारर इस फिल्म में उनके पिता का किरदार बॉलीवुड फिल्मों के विलेन अमरिश पुरी नें निभाया है ।

आक्रोश हिंदी फिल्म ( 1980) – पूने फिल्म एंड टेलीविज़न से एक्टिंग की पढ़ाई और दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से अभिनय की बारिकियां सीखने के बाद फिल्मी पर्दे पर आए ओम पुरी की हिंदी फिल्म आक्रोश नें उन्हें बॉलीवुड में एक मझा हुआ कलाकार साबित कर दिया । इस फिल्म में ओम पुरी के साथ बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा स्मिता पाटिल हैं । फिल्म की कहानी  न्यान प्रशासन में भ्रष्टाचार को दर्शाती है । ओम पुरी की इस फिल्म को बेस्ट फीचर फिल्म का नेशनल अवार्ड मिला इसी के साथ कई फिल्म फेयर अवार्ड भी मिले सत्य घटना पर आधारित इस फिल्म को बेस्ट फॉरेन फिलम्स ऑफ इंडिया के कैटेगेरी में शामिल होने के साथ ही गोल्डन पिकॉक अवार्ड भी दिया गया ।

 

घायल हिंदी फिल्म (1990 ) –  ओम पुरी के जीवन की बेहतरीन हिंदी फिल्मों की लिस्ट में एक फिल्म घायल भी रही । फिल्म में अभिनेता सनी देओल और एक्ट्रेस मिनाक्षी हैं वहीं ओम पुरी नें इस फिल्म में एसीपी जॉय डिसूजा का किरदार निभाया है । राज कुमार संतोषी के निर्देशन में बनी इस फिल्म में एसीपी डिसूजा के किरदार को काफी सराहा गया । और फिल्म को कई फिल्म फेयर अवार्ड दिए गए बॉक्स ऑफिस पर फिल्म नें काफी अच्छी कमाई की और सुपर हिट रही ।

माचिस हिंदी फिल्म (1996) – गुलज़ार के निर्देशन में बनी इस फिल्म की कहानी पंजाब हुए दंगे ऑपरेशन ब्लू स्टार के इर्द-गिर्द घूमती है फिल्म में ओम पुरी के अलावा बॉलीवुड एक्ट्रेस तबु, अभिनेता जिमी शेरगिल और बॉलीवुड एक्टर चंदचूर्णं सिंह भी  मुख्य किरदार में हैं । ओम पुरी नें इस फिल्म में एक सिख  सनत का किरदार निभाया है जो लड़ाई में बम से हमला करने वाला होता है लेकिन हमले से पहले ही उसका इंकाउंटर हो जाता है । ओम पुरी को इस फिल्म में उनके दमदार अभिनय के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का अवार्ड भी दिया गया । और फिल्म में उनके किरदार को सराहा भी गया ।

गुप्त हिंदी फिल्म ( 1997) – साल 1997 नें आई हिंदी फिल्म गुप्त में ओम पुरी को उनके कुशल अभिनय के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का अवार्ड मिला ।  बॉबी देओल , मनीषा कोइराला, काजोल स्टारर इस फिल्म में ओमपुरी नें कई फिल्मों की तरह ही इसमें भी पुलिस ऑफिसर उधम सिंह का किरदार निभाया है ।

 

आस्था हिंदी फिल्म ( 1997) –साल 1997 में ओम पुरी की एक और फिल्म आई आस्था जिसमें ओम पुरी मुख्य भूमिका में नजर आए फिल्म में ओम पुरी के साथ स्क्रीन शेयर करने वाली एक्ट्रेस थीं बॉलीवुड की पॉपुलर एक्ट्रेस रेखा , बसु भट्टाचार्य की इस फिल्म में फिल्म में ओम पुरी नें रेखा के पति अमर का किरदार निभाया है । फिल्म की कहानी एक शादीशुदा महिला मानसी और उसके पति के इर्द-गिर्द घूमती है की कैसे एक शादीशुदा महिला शादी के बाद देह ब्यापार के दलदल में चली जाती है ।

 

इन कस्टिडी हिंदी उर्दू फिल्म (1993) – हिंदी उर्दू दो भाषाओं में बनी ओम पुरी की फिल्म इन कस्टिडी में अभिनेता ओम पुरी नें एक कॉलेज प्रोफेसर देवेंश का किरदार निभाया है । देवेंश कॉलेज में हिंदी पढ़ाते हैं । फिल्म की कहानी में पारंपरिक और आधुनिक परंपरा के परिवेश के बीच तालमेल बिठाने की कोशिश दिखाई गई है ।

 द्रोह काल हिंदी फिल्म (1994) – द्रोह काल ओम पुरी के जीवन की बेहतरीन हिंदी फिल्मों में से एक रही द्रोह काल में ओम पुरी नें डीसीपी अभय सिंह का किरदार निभाया है । फिल्म में डीसीपी अभय सिंह आतिंकवादियों से लड़ने के लिए सरकार द्वारा बनाए गए खूफिया मिशन को अंजाम देते हैं और फिर कुछ समय बाद अपने हिसाब से आतंकवादियों का खात्मा करते हिखाई देते हैं । ओम पुरी की फिल्म का निर्देशन भी निर्देशक गोविंद निहलानी नें किया है ।

चाइना गेट हिंदी फिल्म (1998) – राजुकमार संतोषी की स फिल्म में ओम पुरी एक फौजी कृष्णकांत के रोल में हैं फिल्म की कहानी कृष्णकांत और उसके 9 दोस्तों के जिंदगी पर बयां करती हैं फिल्म में कृष्णकांत और उसके दोस्तो को चाइना गेट का मिशन दिया जाता है जिसे वो पूरा नही कर पाते और इसी वजह से उन्हें निकाल दिया जाता है । जिसके बाद कृष्णकांत अपने दोस्तो के साथ मिलकर  खूंखार डाकू जगीरा को मारने की प्लैनिंग करते हैं । चाइना गेट में एक्ट्रेस उर्मिला मातोडकर भी हैं ।

 

भारतीय सिनेमा में अपने महत्वपूर्णं योगदान के लिए ओम पुरी को साल 1990 में देश के सर्वोपरि सम्मान पद्मश्री से नवाजा गया । ओम पुरी अपने पूरे जीवन काल में फिल्मों के अलावा हिंदी और इंगलिश में कई धारावाहिक भी कर चुके हैं । हिंदी सिनेमा के इस सितारे नें 6 जनवरी 2017 को मुंबई के अंधेरी स्थित अपने घर में आखिरी सांसे लीं ।

Related Articles

Back to top button