महाभारत की द्रौपदी को अब करना पड़ रहा है ये काम जानें
आपको 90 के दशक का पॉपुलर शो महाभारत तो याद ही होगा। दूरदर्शन पर शुरू हुए महाभारत के उस शो का हर किरदार आज भी लोगों के दिलो दिमाग पर छाए हुए हैं चाहे अर्जुन हों, या फिर भीष्म पितामह, अब ऐसे में हम भला महाभारत के सबसे महत्वपूर्णं किरदार द्रौपदी को कैसे भूल सकते हैं।
द्रौपदी का दमदार किरदार निभा चुकीं बंगाली बाला रूपा गांगूली इस धारावाहिक से पहले भी कई बंगाली फिल्मों और धारावाहिकों में अपने अभिनय का जौहर दिखा चुकीं थीं लेकिन द्रौपदी के किरदार नें उन्हें भारतीय सिनेमा में जो पहचान दी वो पहचान उन्हें इससे पहले कभी नही मिल सकी थी।
आपको बता दें की द्रौपदी का रोल निभा चुकीं रूपा गांगुली भारतीय टेलीविजन का एक जाना माना नाम है रूपा गांगूली अपने दौर के बड़े-बड़े निर्देशकों के साथ काम कर चुकी हैं। जिनमें मृणाल सेन, अपर्णा सेन ,गौतम गोडसे जैसे निर्देशक शामिल है।
रूपा नें अपने दौर में एक से बढ़कर एक बंगाली धारावाहिकों जैसे- स्त्रीपत्र और मुक्तबन्ध में काफी समय तक काम किया। कई बंगाली और हिंदी फिल्मों में भी काम किया लेकिन इसके बाद भी उनके हांथ निराशा ही लगी । रूपा को कभी भी अभिनय जगत में वो सम्मान नही मिल सका जो इस अदाकारा को उसके अभिनय के लिए मिलना चाहिए । इसकी एक सबसे बड़ी वजह वी आर चोपड़ा का धारावाहिक महाभारत में उनका द्रौपदी का किरदार भी रहा। दरअसल द्रौपदी का रोल निभाने के बाद रूपा को फिल्मों और धारावाहिकों में अच्छे रोल मिलना बंद हो गए इसे आप उनका दुर्भाग्य भी कह सकते हैं की इस एक किरदार नें जहां उन्हें बेतहाशा प्रसिद्धि दिलाई वहीं यही किरदार उनके लिए नाकामयाबी की वजह भी बन गया।
एक दौर ऐसा आया की रूपा गहरे डिप्रेशन में चली गईं और वो इतनी बुरी तरह से परेशान हो गईं की उन्होनें फिल्मी दुनिया को हमेशा के लिए ही अल्विदा कह दिया रूपा नें बताया की उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा महाभारत के बाद लोगों नें उन्हेें घरों में बुलाने और एक रात गूजारने के ऑफर देने शुरू कर दिए जिससे परेशान होकर रूपा फिल्मी दुनिया से दूर चली गईं। और कुछ समय बाद राजनीति में भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़ गईं।