कà¥à¤¯à¤¾ शà¥à¤°à¥€à¤¦à¥‡à¤µà¥€ की हतà¥à¤¯à¤¾ में था दाउद का हाथ?

शà¥à¤°à¥€à¤¦à¥‡à¤µà¥€ की अचानक हà¥à¤ˆ दà¥à¤–द मौत की खबर  ने सà¤à¥€ चौंका दिया था, 24 फरवरी को दà¥à¤¬à¤ˆ के à¤à¤• होटेल कमरे के बाथरà¥à¤® में वो मृत पाई गईं थी. पोसà¥à¤Ÿà¤®à¥‰à¤°à¥à¤Ÿà¤® रिपोरà¥à¤Ÿ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° बाथटब में डूब जाने से उनकी मौत हà¥à¤ˆ और इस मामले में आरोपी रहे उनके पति और फिलà¥à¤® निरà¥à¤®à¤¾à¤¤à¤¾ बोनी कपूर को कà¥à¤²à¥€à¤¨ चिट à¤à¥€ मिली लेकिन  तब से अब तक इस मामले में लगातार कà¥à¤› न कà¥à¤› आरोप लगते जा रहे हैं
अब  खबरें आ रही हैं कि à¤à¤• पूरà¥à¤µ पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ऑफिसर वेद à¤à¥‚षण इस पूरे मामले को à¤à¤• à¤à¥‚ठा केस  मान रहे हैं  और वो शà¥à¤°à¥€à¤¦à¥‡à¤µà¥€ की मौत को हादसा नहीं बलà¥à¤•ि हतà¥à¤¯à¤¾ मानते हैं. वेद à¤à¥‚षण का दावा है कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इस मामले में अपनी निजी जाà¤à¤š की है और इस जाà¤à¤š में कà¥à¤› और ही बातें सामने आई हैं. जो की पà¥à¤²à¤¿à¤¸ की रिपोरà¥à¤Ÿ से बिलà¥à¤•à¥à¤² ही अलग है
वेद à¤à¥‚षण ने कहा कि शà¥à¤°à¥€à¤¦à¥‡à¤µà¥€ की मौत à¤à¤• हादसा नहीं बलà¥à¤•ि à¤à¤• सोची समà¤à¥€ साजिश है और वो  यहाठतक कह रहे हैं कि इस मामले में दाउद à¤à¥€ शामिल है. इस पà¥à¤²à¤¿à¤¸ अफसर ने मीडिया रिपोरà¥à¤Ÿ में कहा कि  उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपनी निजी जाà¤à¤š की और वो उस होटेल में à¤à¥€ ठहरा जहां शà¥à¤°à¥€à¤¦à¥‡à¤µà¥€ की मौत हà¥à¤ˆ.
इस पूरà¥à¤µ पà¥à¤²à¤¿à¤¸ अफसर के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जो कहानी शà¥à¤°à¥€à¤¦à¥‡à¤µà¥€ की मौत को लेकर सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ गई है वो विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करने वाली नही है  . वेद à¤à¥‚षण खà¥à¤¦ उस होटेल में ठहरे हैं और उनके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जिस कमरे में शà¥à¤°à¥€à¤¦à¥‡à¤µà¥€ रà¥à¤•ीं थीं उसके बाथटब में डूबना लगà¤à¤— असंà¤à¤µ है.
हालांकि इस दावे और जाà¤à¤š का कोई कानूनी आधार नहीं है और शà¥à¤°à¥€à¤¦à¥‡à¤µà¥€ की मौत का केस दोबारा खोलना पूरी तरह से शà¥à¤°à¥€à¤¦à¥‡à¤µà¥€ के परिवार या दà¥à¤¬à¤ˆ पà¥à¤²à¤¿à¤¸ पर निरà¥à¤à¤° करता है. यही नही बीजेपी के नेता सà¥à¤¬à¥à¤°à¤®à¤£à¥à¤¯à¤® सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने à¤à¥€ पिछले दिनों दावा किया था कि शà¥à¤°à¥€ देवी की मौत के पीछे दाऊद इबà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤¿à¤® का हाथ हो सकता है.
इससे पहले à¤à¥€ सà¥à¤¨à¥€à¤² कà¥à¤®à¤¾à¤° नाम के फिलà¥à¤® मेकर ने कोरà¥à¤Ÿ  में याचिका डाली थी कि शà¥à¤°à¥€à¤¦à¥‡à¤µà¥€ के नाम ओमान में 240 करोड़ रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ का बीमा था और शरà¥à¤¤ ये थी कि अगर उनकी मौत यूà¤à¤ˆ में होगी तो ही ये रकम परिवार को मिलेगी. हो सकता है कि इतनी बड़ी रकम के लिठउनकी हतà¥à¤¯à¤¾ की गयी हो, हालाà¤à¤•ि उनकी याचिका पà¥à¤²à¤¿à¤¸ में खारिज कर दी थी |