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राहुल गाँधी ने ली हार की जिम्मेदारी, स्मृति ईरानी को दी जीत की बधाई

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी उत्तर प्रदेश की अपनी परंपरागत अमेठी लोकसभा सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी से हार स्वीकार कर ली है. उन्होंने कहा है कि अमेठी की जनता ने फैसला दे दिया है. मैं चाहता हूं कि स्मृति ईरानी अमेठी की प्यार से देखभाल करें. हालांकि अभी तक जिला निर्वाचन की ओर से अंतिम परिणाम जारी नहीं किया गया है. लेकिन आखिरी राउंड की मतगणना में स्मृति ईरानी 20 हजार वोटों से आगे चल रही हैं. अमेठी लोकसभा सीट में पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं .

 

अमेठी, जगदीशपुर, सलोन, तिलोई और गौरीगंज विधानसभा क्षेत्रों के अलग अलग नतीजे घोषित किये जा रहे हैं . अमेठी सीट पर स्मृति का सीधा मुकाबला राहुल गांधी से है. स्मृति को 2014 के लोकसभा चुनाव में राहुल के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा था. मतगणना स्थल मनीषी महिला महाविद्यालय और इंदिरा गांधी पीजी कॉलेज में बनाया गया है. मतगणना स्थल पर जबरदस्त सुरक्षा इंतजाम हैं. पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि जुलूस पर पूरी तरह प्रतिबंध है. निषेधाज्ञा पूरे जिले में लागू है. सुरक्षा के लिये केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल और पुलिस एवं पीएसी के जवान तैनात हैं. आपको बता दें कि 2004 में वह बीजेपी महाराष्ट्र की युवा शाखा की उपाध्यक्ष बनीं. 2004 में ही उन्होंने दिल्ली के चांदनी चौक से कांग्रेस के सीनियर नेता कपिल सिब्बल के खिलाफ चुनाव लड़ा. हालांकि वह यह चुनाव हार गईं.

 

फिर उन्हें बीजेपी की केंद्रीय समिति का एग्जीक्यूटिव मेंबर बनाया गया और 2010 में वह पार्टी की राष्ट्रीय सचिव और महिला विंग की अध्यक्ष बनाई गईं. 2011 में स्मृति को राज्यसभा का सदस्य बनाया गया. 2014 के लोकसभा चुनावों में उनके नाम की चर्चा इसलिए भी तेज हो गई क्योंकि उन्होंने अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ा. इस दौरान उन्होंने राहुल को कड़ी टक्कर दी लेकिन वह एक लाख वोटों से हार गईं.

 

राहुल के खिलाफ चुनाव हारने के बावजूद 2014 में उन्हें केंद्र में मानव संसाधन विकास मंत्रालय दिया गया, हालांकि बाद में उन्हें केंद्रीय कपड़ा मंत्री बनाया गया. 2019 के लोकसभा चुनावों में वह एक बार फिर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अमेठी में कड़ी टक्कर दे रही हैं.

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