बीजेपी से निकलने पर एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा का छलका दर्द, ट्विटर पर पार्टी के लिए लिखी ये बात
कांग्रेस पार्टी ज्वॉइन करने से पहले एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा ने बीजेपी को छोड़ने पर अपना दर्द बयां किया है। उन्होंने ट्विटर पर बीजेपी के खिलाफ ट्वीट करते हुए लिखा- ‘बीजेपी से निकलना उनके लिए सबसे ज्यादा दुख भरा था, लेकिन मेरे प्रिय दोस्त लालू यादव के आकर्षक और गतिशील नेतृत्व में उम्मीद है कि सब कुछ अच्छी दिशा में होगा,वहीं नेहरू गांधी परिवार से नेता के बारे में भी सबसे ज्यादा बात की … राष्ट्र निर्माण करने वालों का सच्चा परिवार …’
Painfully….on the way out of BJP….But hopefully in the best direction under the dynamic leadership of my dear friend Lalu Yadav and the desirable, most talked about leader from the Nehru Gandhi family… the true family of nation builders… pic.twitter.com/9HSNhf9F1c
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) March 28, 2019
शत्रुघ्न सिन्हा के फैंस और समर्थक उनके इस ट्वीट पर लगातार अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। अपने बेबाक बयानों के लिए मशहूर बॉलीवुड अभिनेता और बीजेपी के शत्रु बन चुके शत्रुघ्न सिन्हा अब कांग्रेस का दामन थामने वाले हैं। लंबे समय से भाजपा के स्टार प्रचारक और अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री रह चुके शत्रुघ्न का काफी समय से राजद-कांग्रेस से दोस्ताना बढ़ता दिख रहा था।
https://twitter.com/ShatruganSinha/status/1111485928747474944
भाजपा के बागी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा का कांग्रेस में शामिल होना फिलहाल टल गया है। वह गुरुवार को कांग्रेस में शामिल होने वाले थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। खबर आ रही है कि वह 6 अप्रैल को कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। वहीं, तमाम कयासों के बीच हाल ही में सिन्हा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात की।
proper & befitting reply to this injustice done to our stalwarts & seniors in this elections! May God forgive you!
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) March 27, 2019
मीडिया में चल रही खबरों की मानें तो शत्रुघ्न सिन्हा इस बार महागठबंधन से भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं। भाजपा में शत्रुघ्न सिन्हा लालकृष्ण आडवाणी के करीबी माने जाते रहे। शत्रुघ्न सिन्हा का राजनीतिक सफर साल 1992 में शुरू हुआ। जब वह नई दिल्ली सीट से कांग्रेस के राजेश खन्ना के खिलाफ खड़े हुए। हालांकि शत्रुघ्न सिन्हा चुनाव हार गए लेकिन पार्टी में उनकी जगह समय के साथ खास होती चली गई।