खुलासा : किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट करने के लिए रिहाना को दिए गए 18 करोड़ !
किसान आंदोलन को लेकर विदेशों में चल रहे सरकार विरोधी अभियान वास्तव में एक गहरी साजिश का हिस्सा हैं. जिस तरह से कनाडा फिर ब्रिटेन के सिख सांसदों ने कृषि कानूनों का विरोध कर किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया, जिस तरह अंतरराष्ट्रीय शख्सियतों की ओर से ट्विटर पर टूल किट शेयर की गई, उससे बहुत कुछ साफ है. अब कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि पॉप स्टार रिहाना (Rihanna) को किसान आंदोलन के समर्थन के लिए भारी-भरकम राशि अदा की गई है. लगभग 18 करोड़ के आसपास की यह धनराशि रिहाना को खालिस्तान (Khalistan) समर्थक संगठन से जुड़े प्रभावशाली लोगों की ओर से अदा की गई है.
why aren’t we talking about this?! #FarmersProtest https://t.co/obmIlXhK9S
— Rihanna (@rihanna) February 2, 2021
यही नहीं, इस पूरे प्रकरण में एक और नाम सामने आया है, जिसका नाम एमओ धालीवाल है. बताते हैं कि यह खालिस्तान समर्थक है और स्कायरॉकेट के नाम से एक पीआर फर्म चलाता है. इस शख्स ने रिहाना को किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट करने के लिए 2.5 मिलियन डॉलर यानी लगभग 18 करोड़ रुपए दिए. यही नहीं, ग्रेटा थनबर्ग की ओर से दो बार शेयर की गई टूल किट वास्तव में उसके जरिये भारत का अमन और सौहार्द बिगाड़ने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा है. इसके पीछे धालीवाल समेत मेरिना पेटिरसन का नाम भी जुड़ा है, जो स्कायरॉकेट पीआर फर्म में रिलेशनशिप मैनेजर हैं. इसके अलावा अनीता लाल का नाम भी सामने आया है, जो कनाडा की वर्ल्ड सिख ऑर्गेनाइजेशन की निदेशक है. इसी फर्म से कनाडा के सांसद जगमीत सिंह का नाम भी जुड़ा हुआ है.
Because we know your propaganda dear pic.twitter.com/E7Pgo1H61A
— Meenakshi Joshi (@IMinakshiJoshi) February 3, 2021
इस गहरी साजिश ने ग्रेटा थनबर्ग के नाम की भी छीछालेदर की है. न सिर्फ ग्रेटा के भारतीय प्रशंसकों को निराश किया है, बल्कि मोदी सरकार ने ट्विटर और गूगल को आधिकारिक पत्र लिख यह जानकारी मांगी है कि इस टूल किट को सबसे पहले किसने तैयार किया, उससे जुड़ी पूरी जानकारी साझा की जाए. बताते हैं कि इस टूल किट को पहले पहल 23 जनवरी को भारत विरोधी भावनाओं को भड़काने के लिए शेयर करना था. यह अलग बात है कि इसे अब तीन-चार दिन पहले शेयर किया गया है. हालांकि बड़ी संख्या में भारतीय खेल जगत औऱ मनोरंजन उद्योग से जुड़ी हस्तियों ने इसके खिलाफ अपनी पुरजोर आवाज बुलंद की है. इसके साथ ही सरकार भी इसकी जड़ तक पहुंचने की कवायद में जुट गई है.