#Metoo को लेकर बयान देते ही ट्रोल हुईं रानी मुखर्जी, दीपिका और आलिया ने भी दिया करारा जवाब
साल 2018 में मीटू अभियान क्रांति की तरह बनकर आया। बालीवुड में इस मूवमेंट की शुरुआत तनुश्री दत्ता ने की। तनुश्री नें अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न की आपबीती लोगों को सुनाई तो पूरा बॉलीवुड उनके सपोर्ट में आ गया। साल के आखिरी दिन एक बार फिर से मीटू सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। अभिनेत्री रानी मुखर्जी ने मीटू को लेकर एक ऐसी बात कही है जिस पर वे ट्रोल हो गईं हैं.
Rani Mukherjee’s response on #MeToo and her insistence on placing the responsibility on women is so problematic and almost victim blaming.
“If they don’t want it to happen it will not happen”
“Those are the women we need to talk to and say yaar you need to change” pic.twitter.com/04lpxpfCWg
— سانیہ (@touche_always) December 29, 2018
दरअसल एक इंटरव्यू में रानी मुखर्जी ने मीटू को लेकर कहा है, सेल्फ डिफेंस बेहद जरूरी है। रानी ने कहा है लड़कियों को खुद का बचाव करना आना चाहिए। इसमें मार्शल आर्ट काफी अहम है। मार्शल आर्ट की क्लासेज हर स्कूल में होनी चाहिए। रानी के अनुसार लड़कियों को खुद अपनी सुरक्षा करनी आनी चाहिए। इस बयान पर लोग रानी की काफी आलोचना कर रहे हैं.
https://twitter.com/annebelle_123/status/1079104985084743680
वहीं रानी की इस बात की दीपिका पादुकोण ने करारा जवाब दिया है। दीपिका उनकी बात के जवाब में कहती हैं कि हम ऐसी नौबत ही क्यों आने दें कि लड़कियों को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग लेनी पड़े। दीपिका और रानी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है.
The expressions of the other women on the roundtable, when Rani Mukherjee launched into her stupid diatribe against the #MeToo movement, say it all. pic.twitter.com/P7jIsZIVnr
— Aniruddha Guha (@AniGuha) December 30, 2018
ट्विटर पर यूजर्स रानी मुखर्जी की सोच और उनकी सलाह पर कमेंट कर रहे हैं। एक यूजर ने रानी का मजाक बनाते हुए कहा, रानी इसलिए यह सब बोल रही हैं क्योंकि उनको लगता है कि ज्यादा बोलना उनके लिए अच्छा होगा, जिसके बाद रानी मुखर्जी सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रही हैं.
It’s unfortunate that people like Rani Mukherjee would hold problematic beliefs regarding #metoo but not surprising, older people had internalized patriarchy and victim blaming. That’s the difference today, we talk about the crux of the problem. https://t.co/vu2S9KFU8c
— maryam (@maryamful) December 30, 2018
वहीं आपको बता दें कि रानी जल्द ही मर्दानी 2 में दिखाई देंगी। मर्दानी लिखने वाले गोपी पुथरन को मर्दानी 2 के डायरेक्शन की कमान भी सौंप दी गई है और फिल्म की लीड आर्टिस्ट रानी मुखर्जी ने अपने इस किरदार के लिए तैयारियां भी शुरू कर दी हैं.
i used to respect rani mukherjee because her recent films were quite good. I am disappointed, to say the least. I'm glad the other ladies didn't hide their disappointment.
— ForSHINe (@Always_SHINe25) December 30, 2018
Rani Mukherjee ruined the show..why did she think she was the primary speaker there…she went on and on…her stand on #metoo was comical..martial arts training for women..does she understand the issue..
— Gaurav Aggarwal (@agauravlaw) December 29, 2018
Radhika Apte deserved a spot there. I hope its coz of some schedule conflict or stuff like that coz of which she missed out and not something else. Rani Mukherjee's views on the #MeToo movement was a weird and disturbing to some extent.
— Arjun Gupta (@HyanglaBong) December 30, 2018
Yes. Rani Mukherjee is not wrong. It's like saying we don't need police because, ideally people shouldn't be committing crimes.
— Siva Prasad Rao (@Sivaprasadrao) December 30, 2018
Raising my hand to ask a question that many might have on their mind too.
Why was Rani Mukherjee called to this round table? I genuinely feel Katrina Kaif is more relevant in today's context of cinema. Or even a Bhumi Pednekar! WAIT. Why not SONAM KAPOOR! @RajeevMasand ??
— Richa Singh (@richa_singh) December 30, 2018