मोदी के दिल में कोई आग नहीं, उससे ज्यादा आग मेरे दिल में है: मुशर्रफ
पुलवामा हमले के बाद इंडिया टुडे से खास बातचीत में पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और सेना प्रमुख परवेज मुशर्रफ ने कहा कि यह काफी दुखद है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब देने वाले बयान पर मुशर्रफ ने कहा कि अगर मोदी ऐसा करते हैं तो यह उनके जीवन की सबसे बड़ी भूल होगी. अगर आप सोचते हैं कि पाकिस्तान पर हमला करेंगे और पाकिस्तान चुप बैठेगा तो आप गलत सोच रहे हैं.
पूर्व पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने कहा कि हमारी सेना कमजोर नहीं है और इसका नतीजा आपको भुगतना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि आपके प्रधानमंत्री के दिल में कोई आग नहीं लगी हुई, उससे कहीं ज्यादा आग मेरे दिल में तब लगती है जब हजारों कश्मीरी मारे जाते हैं. उन्होंने कहा कि हर हमले के बाद ऐसे बातें होती हैं लेकिन मैं पहले ही कह चुका हूं, पहले आप मूल समस्या का हल निकालिए, नहीं तो ऐसा होता रहेगा. भारत को तथ्यों को समझना चाहिए, कश्मीर समस्या के हल के बिना यह रुकने वाला नहीं है.
मुशर्रफ ने कहा कि जैश सरगना मौलाना मसूद अजहर ने मेरी हत्या की भी कोशिश की थी. उन्होंने कहा कि मेरे दिल में जैश के लिए कोई सांत्वना नहीं है. मुशर्रफ ने कहा कि मौलाना अजहर ने पुलवामा हमला कराया होगा, लेकिन इसमें पाकिस्तान सरकार शामिल है, यह नहीं कहा जा सकता. इसमें अंतर है, मेरा मानना है कि पाकिस्तान सरकार इसमें शामिल नहीं है.
भारत सरकार को जांच के बाद हमले के सबूत देने चाहिए, इसके बाद पाकिस्तान सरकार को कार्रवाई के बारे में फैसला लेना है. अगर पाकिस्तान सरकार इसमें शामिल है तो यह बेहद शर्मनाक है. इमरान खान की पार्टी के लिए प्रचार कर चुका मसूद अजहर पाकिस्तान में खुले आम घूम रहा है.
परवेज मुशर्रफ ने कहा कि इमरान की पार्टी के लिए प्रचार करना अलग बात है लेकिन इससे यह साबित नहीं होता कि दर्दनाक हमले के पीछे इमरान खान का हाथ है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में जैश और लश्कर साल 1991 से काम कर रहे हैं, ऐसे में हमले के पीछे पाकिस्तान सरकार है यह कहना जल्दबाजी होगी.
पाकिस्तान में जैश की मौजूदगी और फलने-फूलने के बारे में मुशर्रफ ने कहा कि जैश क्या-क्या नया करा रहा है, इसके बारे में नहीं बता सकता लेकिन अगर उन्होंने पाकिस्तान के अंदर भी आतंकी हमले कराए हों तो उन्हें छोड़ा नहीं जाना चाहिए. पूर्व पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष ने कहा कि ऐसे में उन्हें बैन करना चाहिए.
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि मैं खुद सेना में 40 साल काम कर चुका हूं. ऐसे में पुलवामा में शहीद हुए जवानों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं और उनके परिवार के प्रति दुख जाहिर करता हूं. उन्होंने कहा कि 1971 की लड़ाई में मेरा खास दोस्त मारा गया था, 65 की जंग में भी अपना साथी खोया है. मैं जानता हूं कि जंग के नतीजे क्या होते हैं और परिवार पर क्या बीतती है.
परवेज मुशर्रफ ने कहा कि मैं जानता हूं भारतीय टीवी चैनलों पर क्या चल रहा है. प्रधानमंत्री से लेकर हर कोई हमले के तुरंत बाद से पाकिस्तान को गालियां दे रहा है, जबकि इसके कोई सबूत अब तक नहीं हैं. बगैर किसी जांच के पाकिस्तान को दोषी ठहराया जा रहा है.