ताहिरा के इलाज के चलते वोट नहीं दे पाए आयुष्मान, निर्वाचन अधिकारियों की जिद पर बने थे ब्रांड एंबेसडर
लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में 19 मई को मशहूर अभिनेता आयुष्मान खुराना अपनी पत्नी ताहिरा के इलाज के चलते चंडीगढ़ नहीं पहुंच सके थे। ताहिरा का कैंसर का इलाज चल रहा है और उनके नियमित इलाज की सारी तारीखें पहले से तय हैं। चंडीगढ़ के रिटर्निंग ऑफिसर के इस बयान के बाद कि आयुष्मान 19 मई को वोट डालने नहीं आए, आयुष्मान ने अपना स्पष्टीकरण जारी किया है।
https://www.instagram.com/p/BxC1vUshgwy/
इस बार लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग ने तमाम फिल्मी सितारों से संपर्क किया था। अलग अलग राज्यों से संबंधित फिल्मी कलाकारों से इस बारे में संपर्क किया गया। आयुष्मान खुराना कहते हैं, ‘जब चुनाव से जुड़े अधिकारियों ने मुझसे इस बारे में संपर्क किया तो मैंने शुरू में ही उन्हें बता दिया कि मैं वोटिंग के दिन चंडीगढ़ नहीं आ पाऊंगा। निजी और पारिवारिक जीवन के मेरे कुछ ऐसे अत्यंत संवेदनशील पहलू हैं जिन्हें मैं न तो बदल सकता हूं और न उनकी तारीख बदल सकता हूं। ये इतना निजी मामला था कि मैं इसके बारे में चुनाव अधिकारियों को विस्तार से बता भी नहीं सका।’
https://www.instagram.com/p/BwmZqcQh4IH/
अब जबकि चंडीगढ़ के रिटर्निंग ऑफिसर आयुष्मान के मतदान करने के लिए न पहुंचने को मुद्दा बना रहे हैं, तो आय़ुष्मान का दर्द छलक पड़ा है। वह कहते हैं, ‘मेरे मना करने के बाद भी इन अधिकारियों ने जिद की कि मैं मतदान करने न पहुंचूं तो भी मुझे मतदाता जागरूकता अभियान का हिस्सा बनना चाहिए और लोगों को मतदान के लिए प्रेरित करना चाहिए। उन्होंने मुझे एक जिम्मेदार और अपनी बात कहने वाला नागरिक बताया और कहा कि मैं चंडीगढ़ न भी आऊं तो भी मैं इस मतदाता जागरूकता अभियान का हिस्सा बन सकता हूं। इसके बाद ही मैंने इस अभियान का हिस्सा बनना मंजूर किया।’
https://www.instagram.com/p/BtdB80IBQHe/
आयुष्मान को इस बात का दुख है कि उनके निजी जीवन के बारे में समझे बिना उनके वोट देने न पहुंच पाने को निर्वाचन अधिकारी मुद्दा बना रहे हैं। आयुष्मान कहते हैं, ‘मैं वोट देने जा पाता, इससे अच्छा मेरे लिए कुछ नहीं हो सकता था, लेकिन मेरी पत्नी ताहिरा को उस दिन मेरी ज्यादा जरूरत थी और, उसके इलाज की जरूरतों के चलते मैं उनके साथ रुका भी।’