रमजान के दौरान लोकसभा चुनाव पर आया जावेद अख्तर का बयान, बोले- ‘पुनर्विचार जरूरी’
17वीं लोकसभा चुनाव का आगाज हो चुका है। बीते रविवार चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था। देशभर में चुनाव सात चरणों में होने हैं। तारीख आने के बाद से राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। सोशल मीडिया पर इस मुद्दे पर जोरो की बहस हो रही है। दरअसल, आगामी रमजान और चुनाव को लेकर लोग अपनी-अपनी राय रख रहे हैं। कईयों का मानना है कि रमजानों के बीच चुनावों की तारीख का ऐलान सोची-समझी रणनीति है.
इसे लेकर चुनावों की तारीख बदलने की भी मांग उठ रही है। वहीं इस मामले पर हिंदी सिनेमा के जाने-माने लेखक और गीतकार जावेद अख्तर का भी बयान आया है। दरअसल, वह रमजान और चुनाव पर हो रही बहस से बहुत परेशान हैं जिसके चलते उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट ट्विटर पर अपना गुस्सा जाहिर किया है। जावेद ने ट्वीट कर लिखा ‘ रमजान और चुनाव को लेकर हो रही बहस बकवास है, चुनाव और रमजान को आपस में जोड़कर विवाद खड़ा करना तर्कसंगत नहीं है, यह धर्मनिरपेक्षता पर करारा तंज है जो मेरे लिए सहनीय नहीं है, मेरा मानना है कि चुनाव आयोग को इस पर विचार करने की जरूरत है।’
I find this whole discussion about Ramzan and elections totally disgusting . This is the kind of distorted and convoluted version of secularism that to me is repulsive , revolting and intolerable . EC shouldn’t consider it for a second .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) March 11, 2019
गौरतलब है कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) और ऑल इंडिया मुस्लिम वुमन पर्सनल लॉ बोर्ड ने लोकसभा चुनाव की तारीखों पर आपत्ति जताई है। इसके साथ इन दोनों संस्था ने चुनाव आयोग से तारीखों पर पुनर्विचार की मांग की है। बता दें कि मई महीने में आखिरी तीन चरण के लिए होने वाले आम चुनाव रमजान के दौरान ही होंगे।
Give us a break Mr Qureshi.Our plane was highjacked n taken to Kandahar to get Masood Azhar out of Indian Jail. He was handed over to the hijackers. Soon He appeared in Pak made an org with an agenda for jihad. He claims he is at war with India but you need a proof . Really ?
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) March 2, 2019
पुलवामा हमले पर जावेद अख्तर ने प्रतिक्रिया दी थी “अब ऐसी स्थिति में पाकिस्तान के साथ संबंध रखना नामुमकिन है, ये सब अब बर्दाश्त से परे है, अब हालात ऐसे हैं कि पाकिस्तान से किसी तरह की बात नहीं की करना अनुचित है।’