फिल्मों में हीरो-हीरोइन के पहने हुए कपड़ों का क्या होता है बाद में ?
बॉलीवुड इंडस्ट्री के सौ साल से भी अधिक समय बीत चुके हैं लेकिन बावजूद इसके आज भी जब हम पर्दे पर फिल्म देखते हैं तो फिल्मों में होने वाले एक्शन सींस हमें जादू जैसे लगते है। क्योंकि रियल लाइफ में ऐसा कर पाना तो किसी भी आम इंसान के लिए मुमकिन नहीं होता।
भारत देश के ऑडियंस सभी तरह की फिल्मों को देखना पसंद करते हैं। दुनियाभर के सबसे बड़े फिल्म मार्केट में से एक है भारत देश। जहां सबसे अधिक फिल्में बनाई जाती हैंं और सबसे अधिक फिल्में रिलीज भी की जाती है। भारतीय दर्शकों के फिल्म के प्रति दीवानगी बहुत अधिक होती है इसलिए फिल्म और फिल्म से जुड़ी हर बातों को जानने की इच्छा हमारी होती है।
आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि फिल्मों में हीरो-हीरोइनों के द्वारा पहने हुए कपड़ों का बाद में क्या होता है ? क्योंकि ये सवाल हमेशा मेरे मन को झकझोरती रही है कि आखिर इन कपड़ों का बाद में ये करते क्या हैं ? तो मुझे ऐसा लगा कि आपके मन में भी यकीनन ये सवाल उठते होंगे। तो चलिए जानते हैं इस सवाल का जवाब।
1. नीलामी की जाती है
शुरुआत से ही सुपरहिट रही फिल्मों में पहने जाने वाले कपड़ों को नीलामी में बेचने का चलन रहा है। कहा जाता है कि शम्मी कपूर द्वारा फिल्म “जंगली” में जो कपड़े पहने गए थे उनमें से अभिनेता ने जो स्कार्फ पहना था उसे 1,56,000 रुपए में बेचा गया था। यानी कि उसकी नीलामी की गई थी। उन दिनों ये रकम छोटी मोटी रकम नहीं थी बल्कि बहुत बड़ी रकम थी।2. फिल्म “देवदास” में माधुरी दीक्षित ने गाना ‘मार डाला’ में जो लहंगा पहना था उस लहंगे की कीमत 15 लाख रुपए थी लेकिन फिल्म बनने के बाद लहंगे को 3 करोड़ रुपए में बेचा गया यानी कि 3 करोड़ों रुपए में उस लहंगे की नीलामी हुई थी।
3. अभिनेता सलमान खान ने फिल्म “मुझसे शादी करोगी” में गाना ‘जीने के हैं चार दिन’ में जिस तौलिए का इस्तेमाल किया था, उसकी नीलामी 1,42,000 रुपए में की गई थी।4. फिल्म “लगान” में अभिनेता आमिर खान ने जो बैट इस्तेमाल किया था, साथ हीं फिल्म “बेटा” में अभिनेत्री माधुरी दीक्षित ने गाना ‘धक-धक’ में जो कपड़े पहने थे उसे भी नीलाम किया गया था।
जिन कपड़ों की नीलामी नहीं होती उनका क्या होता है ?
वैसे तो ज्यादातर कपड़े नीलाम कर दिए जाते हैं लेकिन जो नहीं बिकते हैं उन्हें रख दिया जाता है और उन कपड़ों के ऊपर एक्टर और फिल्म का टैग लगा दिया जाता है।
नीलामी में मिले पैसों का क्या होता है ?
नीलामी के बाद जमा हुए पैसों को चैरिटी में दान के तौर पर दे दिया जाता है। उन पैसों से जरूरतमंद लोगों की सहायता की जाती है। इनमें हॉस्पिटल, स्कूल और अनाथ आश्रम जैसी जगहें होती हैं।
क्यों दोस्तों है ना बहुत ही बेहतरीन आईडिया। सफल फिल्मों में पहने जाने वाले कपड़ों को नीलाम कर दिया जाता है और फिर उन पैसों से जरूरतमंदों की मदद की जाती है। ये तो बहुत ही नेक का काम है। इस पर आपका क्या कहना है ? हमें कमेंट करके अवश्य बताएं।