पाकिस्तान के आतंकवादियों द्वारा भारत पर हमला करने के बाद हर बार बॉलीवुड ने पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम नहीं करने की कसम खाई है। लेकिन फिल्म उद्योग के लोग अपने शब्दों पर बहुत ज्यादा समय तक नहीं टिक पाते।
फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने इम्प्लॉईज (एफडब्ल्यूआईसीई) के मुख्य सलाहकार अशोक पंडित ने कहा कि एफडब्ल्यूआईसीई ने जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के कलाकारों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का आवाह्न करने का निर्णय लिया है.
All India Cine Workers Association announce a total ban on Pakistani actors and artists working in the film industry. #PulwamaAttack pic.twitter.com/QpSMUg9r8b
— ANI (@ANI) February 18, 2019
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पंडित ने कहा, ‘एफडब्ल्यूआईसीई पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करने की जिद करने वाले फिल्म निर्माताओं पर प्रतिबंध लगाएगा। हम इसकी आधिकारिक घोषणा कर रहे हैं। सीमापार से हमारे देश पर बार-बार हमले होने के बावजूद पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करने की जिद करने वाली संगीत कंपनियों को शर्म आनी चाहिए। चूंकि उन्हें कोई शर्म नहीं है तो हमें उन्हें पीछे हटने के लिए मजबूर करना होगा।’
पाकिस्तान के आतंकवादियों द्वारा भारत पर हमला करने के बाद हर बार बॉलीवुड ने पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम नहीं करने की कसम खाई है। लेकिन फिल्म उद्योग के लोग अपने शब्दों पर बहुत ज्यादा समय तक नहीं टिक पाते।
14 फरवरी को हुए हमले के बाद पंडित जम्मू में थे। वहां का दृश्य देखकर वह व्यथित हो गए। उन्होंने कहा, ‘जम्मू एवं कश्मीर के बाहर से हम जितने नुकसान का अंदाजा लगा सकते हैं, नुकसान उससे कई गुना ज्यादा है। इसकी भरपाई में सालों लगेंगे। एक व्यक्ति इतना ज्यादा आरडीएक्स लेकर जम्मू एवं कश्मीर में छिपकर कैसे आ सकता है? ऐसे समय में जब आतंकवादी हमले इतने ज्यादा हो गए हैं तब यह सोचना मुश्किल है कि हमारे मनोरंजन उद्योग में कुछ लोग कलाकारों के लिए पाकिस्तान की तरफ देख रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘किस तरह की असुरक्षा उन्हें इस स्वार्थ के लिए प्रेरित करेगी? जो भी हो, अब इसे रुकना होगा।’
एफडब्ल्यूआईसीई और फिल्म तथा टीवी उद्योग के उसके 24 संघों ने शहीदों और उनके परिजनों के सम्मान में रविवार को अपराह्न दो बजे से चार बजे तक यहां फिल्म सिटी दरवाजे से एकजुटता मार्ग निकाला।