जाने किस ‘चमत्कार’ की वजह से एआर रहमान हिन्दू से हो गए मुसलमान
दुनिया के मशहूर म्यूजिशियन में शुमार एआर रहमान इन दिनों चर्चा में हैं. हाल ही में स्लमडॉग मिलिनेयर के 10 साल पूरा होने पर एक इवेंट हुआ था. इसमें रहमान की बेटी खातिजा भी पहुंची थीं. उन्होंने बुर्का पहन रखा था. स्टेज पर पापा के करियर पर बात करते हुए खातिजा भावुक हो गई थीं. इवेंट के बाद खातिजा के बुर्के में आने को लेकर सोशल मीडिया में बहस देखने को मिला. लोग तरह तरह के सवाल जवाब कर रहे थे.
इसके बाद रहमान ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक फोटो साझा की. फोटो में उनकी पत्नी (सायरा), दोनों बेटियां (खातिजा, रहीमा) नीता अंबानी के साथ दिख रही थीं. तस्वीर में सिर्फ खातिजा ने बुर्का पहन रखा था. इस तस्वीर के जरिए रहमान यह बताने की कोशिश कर रहे थे खातिजा का बुर्का पहनना या न पहनना उसकी अपनी पसंद है. हालांकि तमाम लोगों ने इस तस्वीर के लिए भी रहमान को ट्रोल किया गया.
The precious ladies of my family Khatija ,Raheema and Sairaa with NitaAmbaniji #freedomtochoose pic.twitter.com/H2DZePYOtA
— A.R.Rahman (@arrahman) February 6, 2019
उधर, रहमान की आलोचना होने के बाद खातिजा ने कहा उन्हें पर्दा करने के लिए मजबूर नहीं किया गया है. मैं अगर पर्दा करती हूं तो ये मेरी अपनी पसंद है. इससे मेरे माता-पिता का कोई लेना-देना नहीं है.
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दुनिया के बेहतरीन म्यूजिशियन को अपनी जिंदगी में बेहद संघर्ष के दौर से गुजरना पड़ा है. बहुत से लोगों को पता है कि एक खास वजह से उन्होंने धर्म परिवर्तन कर लिया था.
पहले रहमान का नाम दिलीप कुमार था. एक ‘चमत्कार’ के चलते उन्होंने अपना धर्म बदला था. एक इंटरव्यू में उन्होंने इस बात का जिक्र भी किया था. रहमान ने कहा था, “मेरी मां हिंदू धर्म को मानती थीं, लेकिन उन्हें सूफी संत पीर करीमुल्लाह शाह कादरी पर काफी यकीन था. जब 23 साल की उम्र में उनकी बहन की तबीयत खराब हो गई थी तो मेरी मां सभी को लेकर इस्लामिक धार्मिक स्थल पर गईं. और इसी से चमत्कार हुआ. मेरी बहन की सेहत में सुधार हुआ.’
रहमान ने कहा था ‘इसका मेरे ऊपर इतना गहरा प्रभाव पड़ा कि मैंने धर्म परिवर्तन कर लिया और इस्लाम स्वीकार कर लिया. मैंने मेरा नाम ‘अल्लाह रक्खा रहमान’ रख लिया.’ बता दें कि अब सिंगर को ए आर रहमान के नाम से जाना जाता है.
रहमान के मुताबिक़ “मुझे समझ आ गया था कि एक रास्ते को चुनना ही सही है. सूफिज्म का रास्ता मुझे और मेरी मां दोनों को बहुत पसंद था. इसलिए हमने सूफी इस्लाम को अपना लिया था.”
बता दें कि रहमान को अपना असली नाम दिलीप कुमार पसंद नहीं था. उनका कहना था कि ये नाम उन पर सूट नहीं करता था.