Greta Thunberg, ग्रेटा थनबर्ग ने गलती से भारत के खिलाफ कैंपेन का प्लान ट्वीट करके किया डिलीट, कंगना बोलीं-सारे पप्पू एक ही टीम में
पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वालीं ग्रेटा थनबर्ग ने भारत में किसान आंदोलन के समर्थन में एक ट्वीट किया था, जिसे उन्होंने डिलीट कर दिया है। बुधवार को दिन भर भारत में ट्विटर ट्रेंड का हिस्सा रहीं ग्रेटा थनबर्ग अब ट्रोल हो रही हैं। दरअसल ग्रेटा थनबर्ग ने एक गूगल डॉक्युमेंट फाइल शेयर की थी, जिसमें किसान आंदोलन के समर्थन में सोशल मीडिया कैंपेन का शेड्यूल शेयर किया गया था। यही नहीं इस फाइल को शेयर करते हुए ग्रेटा थनबर्ग ने टूलकिट शब्द का इस्तेमाल किया था, जिसके चलते वह निशाने पर आ गई हैं।
Here’s an updated toolkit by people on the ground in India if you want to help. (They removed their previous document as it was outdated.)#StandWithFarmers #FarmersProtesthttps://t.co/ZGEcMwHUNL
— Greta Thunberg (@GretaThunberg) February 3, 2021
उन्होंने एक डॉक्यूमेंट साझा किया था, जिसमें भारत सरकार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने की कार्ययोजना साझा की गई थी। भले ही ग्रेटा ने गलती को समझते हुए अपना ट्वीट डिलीट कर दिया है, लेकिन तब तक कई जगहों पर उनकी फाइल का स्क्रीनशॉट शेयर होने लगा था। ग्रेटा थनबर्ग ने ट्वीट में भारत की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी को फासीवादी पार्टी तक करार दिया था। उनके ट्वीट की इस भाषा को लेकर सवाल उठाया जा रहा है कि क्या वह भी प्रॉपेगेंडा का हिस्सा हैं। इस फाइल में 5 मुख्य बातें लिखी गई थीं, ऑन ग्राउंड प्रोटेस्ट में हिस्सा लेने पहुंचे। किसान आंदोलन के साथ एकजुटता प्रदर्शन करने वाली तस्वीरें ई मेल करें। ये तस्वीरें 25 जनवरी तक भेजें।
ग्रेटा थनबर्ग की ओर से शेयर की गई फाइल की भाषा को लेकर सवाल उठाते हुए कहा जा रहा है कि वह शायद मुहिम का हिस्सा हैं। दोपहर में विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में भी कहा गया कि विदेशी हस्तियां हैशटैग कैंपेन में न फंसें। माना जा रहा है कि सरकार की ओर से ग्रेटा थनबर्ग, रिहाना और मिया खलीफा जैसी विदेशी हस्तियों को लेकर यह संदेश जारी किया गया है।