डॉक्टर ने काट दिया बेबी का प्राइवेट पार्ट, साबित करने के लिए कि ये लड़की है, जानकर रुह कांप जाएगी आपकी
इस खबर को जानकर यकीन मानिए आपके होश उड़ जाएंगे। ये कोई फिल्मी कहानी नहीं बल्कि झारखंड में घटी एक सच्ची घटना है जो इंसानियत को शर्मसार करने के लिए काफी है।
झारखंड में 24 अप्रैल को एक फ्रॉड डॉक्टर ने अपने आप को सही साबित करने के लिए एक नवजात बच्ची के प्राइवेट पार्ट को काट दिया, सिर्फ इसलिए क्योंकि उसे ये साबित करना था कि ये बच्चि लड़का नहीं बल्कि लड़की है।
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा उसने किया क्यों किया ? डॉक्टर की उस नवजात बच्ची से दुश्मनी क्या थी ? तो चलिए मैं आपको बताती हूं उस फ्रॉड डॉक्टर की पूरी हकीकत जिसने डॉक्टर नाम को कलंकित करने का काम किया। उस डॉक्टर के नाम को जिसे लोग भगवान का दर्जा देते हैं।
दरअसल बेबी के जन्म से पहले उस डॉक्टर ने बदकिस्मत मां-बाप को अल्ट्रासाउंड के दौरान ये भविष्यवाणी सुनाई थी कि उसके पेट में पल रहा बच्चा लड़का नहीं बल्कि लड़की है।
लेकिन जब बच्चे ने जन्म लिया तो डॉक्टर की भविष्यवाणी गलत साबित हुई क्योंकि वो लड़की नहीं बल्कि लड़का पैदा हुआ था। ऐसे में अब उस डॉक्टर को अपनी की हुई भविष्यवाणी की याद आई तो उसने सोचा कि किसी भी सूरत में मेरी भविष्यवाणी गलत ना हो इसके लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हो गया।
बस क्या था डॉक्टर ने अपने आप को सही साबित करने की जद्दोजहद में ज्यादा समय ना लेते हुए बच्चे के जननांग को ही काट डाला ताकि वो अपनी बात को सही साबित कर सके। वह ये साबित कर सके कि जिस बच्चे ने जन्म लिया है वो लड़का नहीं बल्कि लड़की है। जैसे ही उस डॉक्टर ने बच्चे के जननांग को काटा कुछ ही समय बीते नहीं थे कि बच्चे की मौत हो गई।
जब पुलिस में डॉक्टर की शिकायत की गई तो छानबीन में पता चला कि डॉक्टर का नाम अनुज कुमार है। और वो एक फ्रॉड डॉक्टर है। उसके खिलाफ FIR दर्ज कर लिया गया है। बता दें कि बच्चे की मां जब 8 महीने प्रेग्नेंट थी तभी हॉस्पिटल में एडमिट हुई थी।
जो भी हो बहुत ही बुरा हुआ इंसानियत को शर्मसार करने वाले डॉक्टर को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि कोई भी इस तरह के क्राइम को अंजाम देने से पहले लाखों करोड़ों बार सोचे।