60 साल की उम्र में इस अभिनेत्री ने किया लव मैरिज, जानिए सच्चे प्यार की अनोखी कहानी
“ना उम्र की सीमा हो, ना जन्म का हो बंधन” ये गाना जानी-मानी अभिनेत्री सुहासिनी मुले पर सटीक बैठती है सुहासिनी मूले पर। सुहासिनी मराठी अभिनेत्री हैं साथ ही हिंदी फिल्मों में भी उन्होंने अभिनय किया है। सुहासिनी के प्यार की दास्तान को जानकर आपका सच्चे प्यार पर यकीन गहरा जाएगा।
ऐसे तो आमतौर पर हम यही सोचते हैं कि ढलती उम्र में प्यार का एहसास नहीं होता लेकिन ये सब बातें कही सुनाई हैं, इस बात को सुहासिनी मुले ने अपनी 60 साल की उम्र में सच्चा प्यार कर साबित कर दिया है।
इस अनोखे प्यार की कहानी शुरू होती है फेसबुक अकाउंट के जरिए। सोशल मीडिया ने सुहासिनी को ना सिर्फ प्यार का एहसास कराया बल्कि उन्होंने अपने प्यार को जीवनसाथी भी बना लिया।
बॉलीवुड में अपनी बेहतरीन अदाकारी के लिए मशहूर सुहासिनी साल 1990 में एक व्यक्ति के साथ रिलेशनशिप में रहती थीं लेकिन उनका वो प्यार ज्यादा लंबा नहीं चला। कुछ ही समय बाद ये दोनों एक-दूसरे से अलग हो गए।
आज के समय में सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफॉर्म बन गया है जिस पर हर किसी ने अपना प्रोफाइल बनाया हुआ है और हर कोई इस पर एक्टिव रहता है ऐसे में सुहासिनी कैसे पीछे रह सकती हैं। उनका भी फेसबुक पर अकाउंट है और बहुत सारे दोस्त भी। लेकिन उनमें से एक ऐसा दोस्त उन्हें मिल गया जिनसे उन्हें प्यार हुआ और दोनों ने शादी भी कर ली।
बता दें कि सुहासिनी ने जिस व्यक्ति से शादी की है उनका नाम अतुल गुर्तू है और फेसबुक पर ही चैटिंग करते-करते दोनो एक-दूसरे से प्यार कर बैठे। फिर अतुल ने सुहासिनी को शादी के लिए प्रपोज किया। बस क्या था सुहासिनी ने भी हां कर दी और फिर दोनों ने अपने घर वालों को मना कर शादी कर ली और हमेशा के लिए एक-दूसरे के हो गए। सुहासिनी ने जब अतुल से शादी की तो उस समय उनकी उम्र 60 साल थी।
सुहासिनी ने बॉलीवुड की कई बड़ी फिल्मों जैसे ‘दिल चाहता है’ और ‘जोधा अकबर’ जैसी फिल्मों में अभिनय किया हुआ है। साल 1999 में फिल्म ‘हू तू तू’ के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित भी हो चुकी हैं।
60 साल की उम्र में जब सुहासिनी को अतुल से प्यार हुआ तो उनके जिंदगी ने एक नया मोड़ लिया। अतुल की सबसे अच्छी बात जो सुहासिनी को लगी वो थी अतुल का सुहासिनी को बेझिझक शादी का प्रस्ताव देना। अतुल के इसी अंदाज ने सुहासिनी को अपना दीवाना बना लिया। दोनों ने पहले तो कोर्ट में शादी की फिर आर्य समाज के रीति-रिवाज के अनुसार शादी कर एक-दूसरे के हमसफर बन गए और दुनिया के सामने एक नई मिसाल पेश की।