हाई टेक तरीके से एग्जाम हॉल में नक़ल करने की तैयारी, पकडे गए परीक्षार्थी।
परीक्षा के नाम से लोग अक्सर बहुत घबराते है। और ना जाने कैसे कैसे हथकंडे अपनाते है।
कुछ लोग एक्साम में सफलता पाने के लिए नक़ल करने का कोई मौक़ा नहीं गवाते। मगर वो कहते है ना की नक़ल के लिए भी अकल की ज़रूरत होती है। ऐसा ही एक मामला गाँधी नगर के एग्जाम सेंटर पर पेश आया है। जहा से पुलिस ने 5 कैंडिडेट्स को ब्लूटूथ के ज़रिए नक़ल करते हुए अरेस्ट किया गया है।
यह घटना रविवार को डीएवी के गाँधी नगर के इलाक़े में घटी है। एग्जाम के दौरान जब परीक्षार्थियों की जाँच की जारही थी तब पुलिस को एक लड़के पर शक हुआ जिस की बिना पर उसकी तलाशी ली गयी। जाँच के दौरान उस लड़के के कान से ब्लूटूथ बरामद हुआ।
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की और से इंडियन रिज़र्व बटालियन को रखा गया है। जो की परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों पर नज़र रखते है। और उन्होंने ही इस मामले का खुलासा किया है। इसके अलावा दूसरे सेंटर्स से और 4 लोगों को भी पकड़ा गया है।
बता दें की राज्य में कम से कम 385 सेंटर्स पर यह परीक्षा रखी गयी थी। रांची के 67 जगहों पर परीक्षा का प्रबंध किया गया था। और उन्ही एक केंद्र में से गाँधी नगर के सेंटर से परीक्षार्थी को नक़ल करते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया।
आपको जान कर ताज्जुब होगा की उसने किस चालाकी से अपने इनर में मोबाइल के अलग अलग इक्विपमेंट को बाँट कर रखा था। उसने कान में ब्लूटूथ की मदद से नक़ल करने की पूरी तैयारी कर रखी थी। शक की बुन्याद पर उसे सही समय पर पकड़ लिया गया। सेंटर सुपरिन्टेंडेंट ने पुलिस को इस बात की सुचना कर दी थी। जिसके तहत उसे गिरफ्तार किया गया। उन लोगों से गोंदा के थाने में पूछ ताछ की जा रही है। इस से पहले भी पिछले हफ्ते ही इसी परीक्षा में 17 लोगों को नक़ल करते हुए पुलिस ने पकड़ा था।
इस मामले में जाँच करते हुए पुलिस का यह मानना है की यह कोई छोटी मोटी वारदात नहीं हैं। इसके पीछे किसी बड़े रैकेट का हाथ है जो युवाओं को परीक्षा में नक़ल करवाने की योजना बना रहे है। और इंडियन रिज़र्व बटालियन की परीक्षा के लिए एक बहुत बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है।
जो ग्रुप इस काम को अंजाम दे रहा है वह 4 हिस्सों में बाटे हुए है। और उनके काम भी आपस में बटे हुए है। जिसमे प्रश्न के पर्चों की तस्वीरें खींचना, सवालों को हल करना है। और एग्जाम में बैठने वाले कैंडिडेट्स तक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे माइक्रो फ़ोन के ज़रिये सवालों का सलूशन पहुंचना जैसे काम शामिल है। पिछले सप्ताह जब ऐसे ही एक नेटवर्क के गिरफ्तार किया गया तो पता चला के इसका मास्टर माइंड अनूप कुमार है। जो कैंडिडेट्स को नकल कराने के लिए हाई टेक्निक के डिवाइस अवेलेबल करवाता था। डिवाइस का इस्तेमाल और उसकी जगह वह खुद सेट करता था मगर पुलिस अब तक इस मास्टर माइंड को नहीं पकड़ पाई है। फ़िलहाल तो पुलिस इस मामले की जाँच पड़ताल कर रही है और उनका मानना है की जल्दी ही वह इस समूह का पर्दा फर्श कर देंगे।