वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या पर गुस्से से आग बबूला हुआ बॉलीवुड
बीता मंगलवार देश के चौथे आधार स्तंभ माने जाने वाले मीडिया जगत के लिए काफी बुरा दिन साबित हुआ। ज्ञात हो की बीती रात देश की मशहूर सीनियर जर्नलिस्ट गौरी लंकेश की उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस वारदात को उस वक्त अंजाम दिया गया जब पत्रकार गौरी लंकेश अपने बैंगलुरू स्थित घर के बाहर अकेली थीं । गौरी के सामने अचानक चार अज्ञात हमलावार आए और उन पर धुआंधार गोलियां चलाईं जिससे मौके पर ही गौरी की मौत हो गयी। आपको बता दें की वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश ‘लंकेश पत्रिके’नामक साप्ताहिक कन्नड़ अखबार की संपादक थीं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले काफी समय से गौरी का दक्षिणपंथी संगठनों से मतभेद चल रहा था।इस घटना के बाद से ही पूरा देश गौरी लंकेश की हत्या की आलोचना कर रहा है वहीं मीडिया जगत के साथ -साथ पूरे बॉलीवुड जगत नें भी इस घटना की निंदा करते हुए सोशल साइट ट्वीटर पर ट्वीट कर अपनी नाराज़गी जाहिर की है।
फिल्म लेखक और गीतकार जावेद अख्तर, फरहान अख्तर, शेखर कपूर, शबाना आज़मी, महेश भट्ट जैसे कई बॉलीवुड हस्तियों नें इस घटना पर दुख जताते हुए गौरी के हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है।
पूर्व बॉलीवुड अभिनेत्री शबाना आज़मी ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए गौरी लंकेश समेत दाभोलकर, पनसरे, कलबुर्गी जैसे पत्रकारों के हत्यारों को जल्द से जल्द सजा दिए जाने की मांग की । शबाना नें इस ट्वीट के साथ ही इस घटना की निंदा एक शेर कह कर भी की है घटना पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए शबाना नें लिखा है होठों को सी कर देखिए पचताइएगा आप हंगामे जाग उठते हैं अक्सर घुटन के बाद ।
बॉलीवुड फिल्मेकर फरहान अख्तर ने इस दुखद घटना पर अपना आक्रोश जाहिर करते हुए लिखा है की यह किस तरह के समाज में हम जी रहे है? फरहान अपने ट्वीट में गौरी के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है साथ ही ये उम्मीद जताई है की उनके हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा ।
फिल्म निर्देशक शेखर कपूर नें गौरी लंकेश की इस तरह से खुलेआम की गई हत्या के बारे में कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए ट्वीट किया है की ये कैसा समाज है जहां सच कहने वाले की इस तरह से हत्या कर दी जाती है।
आपको बता दें की इस तरह से खुलेआम किसी पत्रकार की हत्या का ये पहला मामला नही है । इससे पहले भी कई पत्रकारों की हत्या हो चुकी है। ज्ञात हो की साल 2015 में कर्नाटक में साहित्यकार एमएम कलबुर्गी की भी उनके घर के पास कुछ इसी तरह से हत्या की गयी थी। लेकिन दुख की बात यह है की अब तक कलबुर्गी के हत्यारे पुलिस के गिरफ्त बाहर हैं। साल 2015 में ही गोविंद पनसारे नामक पत्रकार की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वहीं साल 2013 में पुणे में नरेंद्र दाभोलकर नाम के पत्रकार को भी दिन धहाड़े गोलियां मारकर उनकी हत्या की गयी। अब तक उनके कातिलों का कोई सुराग पुलिश को नही मिल सका ।