पहाड़ों में काम करते गुमनामी की जिंदगी जी रहे हैं आमिर खान के भाई जानें
बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्टनिस्ट आमिर खान नें बीते दिन 14 मार्च को अपना 53 वां जन्मदिन मनाया। गौरतलब है की बॉलीवुड में एक से बढ़कर एक फिल्में कर चुके आमिर नें अपने फिल्मी करियर की शुरूआत 1985 में आई फिल्म ‘होली’ के साथ की थी हालाकि आमिर की ये पहली फिल्म कुछ खास नही रही और इसके बाद आई कयामत से कयामत तक आमिर खान की पहली सुपरहिट फिल्म रही। आपको बता दें की आमिर खान को बॉलीवुड में उंचाइयों पर ले जाने का श्रेय आमिर के कज़िन मंसूर खान को जाता है मंसूर खान ने आमिर को रातोंरात सुपर स्टार बना दिया था। आमिर के भाई मंसूर नें कयामत से कयामत तक के साथ ही बतौर निर्देशक बॉलीवुड में एंट्री ली थी और आखिरी बार फिल्म जानें तू या जाने ना को बतौर प्रोड्यूसर प्रोड्यूस भी किया।
लेकिन 2008 के बाद से ही मंसूर फिल्मों और बॉलीवुड की दुनिया से दूर हो गए तकरीबन 15 साल से मंसूर तमिलनाडु के नीलगिरी के एक छोटे से कस्बे कुनूर के पहाड़ों में रह रहे हैं और यहीं मंसूर चीज़ बनाने का काम करने लगे । लेकिन आपको यह बात जानकर हैरानी होगी की चीज के बिजनेस के लिए मंसूर ने फिल्मों को छोड़ दिया? मंसूर नें एक मीडिया इंटरव्यू के दौरान इस बात का खुलासा किया था की अचानक से फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने और पहाड़ों पर आकर चीज़ का बिज़नेस करने का फैसला उन्होनें अचानक नही लिया बलकी ये सपना उन्होनें बचपन में उस दौरान देखा था जब मुंबई के पनवेल में स्थित अपनी खाली ज़मीन में वो और उनकी बहन भिंडी के पौधे लगाया करते थे।
इतना ही नही मंसूर नें यह भी बताया की 1979 से 1980 तक वो कॉर्नेल, MIT में भी रहे लेकिन उन्हें वो सुकून नही मिला जो वो हमेशा से चाहते थे यहां तक फिल्मों में काम करने के दौरान भी उन्हें वो दिली खुशी नही मिली जिसकी तलाश उन्हें बचपन से थी मंसूर नें कहा की माता पिता को खोने के बाद और बॉलीवुड छोड़कर अपने खाली समय में अपनी बचपन की हसरत को पूरी करने के लिए वो कुनूर आ गए।
कुनूर के बारे में बताते हुए मंसूर नें यह भी बताया की कुनूर में वो अपने भांजे इमरान खान से उनके बोर्डिंग स्कूल में मिलने जाया करते थे और इसी दौरान उन्होनें कुनूर को देखा और वहीं पर जाकर अपना बिज़नेस शुरू करने का फैसला किया।
आपको बता दें की मंसूर कयामत से कयामत तक के अलावा जोश,जो जीता वही सिकंदर, अकेले हम अकेले तुम जैसी कई फिल्में कर चुके हैं। इसके बाद जाने तू या जाने ना के साथ उन्होनें फिल्मी दुनिया को अलविदा कह दिया और 2005 में कुनूर शिफ्ट हो गए। मंसूर अपनी पत्नी टीना और बच्चों के साथ कुनूर में रहते हैं यहां 22 एकड़ की जमीन खरीदकर उन्होनें 7 गाय और 2 बकरियां खरीद लीं हैं।