बॉलीवुड एक्ट्रेस जिया खान सुसाइड केस की सुनवाई आज बॉम्बे हाई कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान जिया की मां राबिया नें कोर्ट से इस केस में एस आई टी जांच की मांग की थी जिसे बॉम्बे हाई कोर्ट नें खारिच कर दी । जिया की मां राबिया नें मीडिया को दिए गए बयान में कहा है की भले ही हाई कोर्ट नें उनकी मांग को खारिच कर दिया है लेकिन वो यहीं नहीं रूकेंगी अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए राबिया सुप्रिम कोर्ट जाएंगी। गौरतबल है की बॉलीवुड एक्ट्रेस जिया खान की लाश 3 जून 2013 को उनके जुहू स्थित बंगले में पंखे से लटकती पाई गई थी ,जिसके बाद जिया की मौत पर कई सवाल खड़े हो गए थे। मौके पर मिले सुसाईट नोट में जिया नें अपने और बॉलीवुड एक्टर सूरज पंचोली के रिश्ते के बारे में कई बातों का खुलासा किया था । जिया की मां राबिया खान नें सूरज पंचोली को अपनी बेटी की मौत का जिम्मेदार ठहराया था, जिया को खुदकुशी के लिए उकसाने और शक के आधार पर पुलिस नें सूरज को गिरफ्तार किया था इस दौरान तकरीबन 23 दिनों तक सूरज को जेल में रहना पड़ा था । जिया की लाश देखने के बाद उनकी मां का मानना था की जिया नें सुसाईड नही की थी बलकी उनकी हत्या हुई थी हालाकिं पुलिस नें अपनी जांच में ये बात साफ की थी की सूरज के खिलाफ ऐसा कोई सुबूत नही है जिसकी वजह से उन्हें सजा दी जाए, इसके चलते सूरज को इस मामले में पुलिस से ज़मानत मिल गई । इस वजह से हुआ सूरज और जिया का ब्रेकअप सूरज पंचोली नें मीडिया के सामने जिया की मौत का ज़िक्र करते हुए कहा था की जिया उनके दिल के बेहद करीब थीं और अपने करियर को लेकर काफी टाइम से डिप्रेशन में चल रहीं थीं इतना ही नही सूरज नें ये बात भी कही की जिया सूरज को लेकर काफी पोज़ेसिव थीं उनके इसी नेचर की वजह से सूरज नें उनसे अलग होने का फैसला कर लिया था । यहां तक की 3 जून 2013 को सुबह भी जिया और सूरज का जिया का झगड़ा हुआ था जिसके बाद सूरज नें जिया को एक वुके भेजा जिसमें लिखा था गुड लक, जिया नें वुके मिलने के बाद भी सूरज को कई बार कॉल किया लेकिन सूरज नें अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया । इसके वाकया के बाद 3 जून की शाम को जिया की खुदकुशी की खबर मीडिया में आई । कई मीडिया रिपोर्ट की मानें तो जिया प्रेग्नेंट थीं और सूरज के बच्चे की मां बनने वाली थीं और कुछ समय पहले ही उनहोनें एबोर्सन कराया था । जिया की मां राबिया नें पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा था की पुलिस नें इस मामले की ठीस से जांच नही की और कई तथ्यों को देख कर भी अनदेखा किया गया है । इसी वजह से जिया की मां राबिया खान नें बॉम्बे हाईकोर्ट से इस पूरे मामले की एक बार फिर से जांच किए जाने की अपिल की थी साथ ही राबिया नें हाई कोर्ट में अपिल की थी की इस पूरे मामले की जांच एस आई टी द्वारा की जाए। लेकिन कोर्ट नें राबिया की अर्जी खारिच कर दी । सूरज में सहारा ढूंढ रही थी जिया न्यूयॉर्क से बॉलीवुड में अपना करियर बनाने का सपना लिए मुंबई आई जिया नें साल 2007 में राम गोपाल वर्मा की फिल्म निशब्द में अमिताभ बच्चन के अपोज़िट फीमेल लीड का किरदार निभाया था जिसके लिए उन्हें बेस्ट फीमेल डेब्यू के लिए फिल्म फेयर अवार्ड में नॉमिनेट भी किया गया । निशब्द के बाद 2008 में आई आमिर खान की फिल्म गजनी और साल 2010 में आई फिल्म हाउस फुल में भी जिया नें काम किया लेकिन उनका फिल्मी करियर कुछ खास नही रहा जिसकी वजह से जिया डिप्रेशन में रहने लगीं थीं बहुत कम लोग जानते हैं की जिया एक अच्छी सिंगर भी थीं । और निशब्द फिल्म में उनके गाने के लिए उन्हे बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर अवार्ड के लिए भी नॉमिनेट किया गया था । लेकिन जिया के किसी भी फिल्म को कोई अच्छा रिस्पॉंस नही मिल रहा था इसी वजह से उन्हें फिल्में नही मिल रहीं थीं। बॉलीवुड में जिया का करियर डूब रहा था ऐसे समय में उनकी जिंदगी में सूरज एक सहारा बनकर आए 21 साल के सूरज को 23 साल की जिया से प्यार हो गया था ,दोनों अक्सर एक दूसरे के घर आते-जाते और घंटो एक दूसरे के साथ समय बिताते । लेकिन दोनों के प्यार की कहानी में नया मोड़ उस दौरान आया जब जिया एक दिन घायल अवस्था में सूरज के घर पहुंची सूरज नें देखा जिया के हांथों से खून बह रहा था उन्होनें अपनी कलाई काट ली थी । सूरज नें जिया से जब इसकी वजह पूछी तो उन्होनें बताया की उनकी मां राबिया नें उन्हें मारने की कोशिश की , सूरज जिया को लेकर जब राबिया के पास पहुंचे तो राबिया जिया की ऐसी हालत देख हैरान हो गईं उन्होनें सूरज से बताया की जिया बहुत इमोशनल और पोज़ेसिव है। इसी नेचर की वजह से कई लोग जिया से दूर हो जाते हैं इतना ही नही जिया की मौत के बाद एक इंटरव्यू में सूरज नें इन बातों की चर्चा की थी उनहोनें कहा की जिया अक्सर अपने करीब रहने वालों की अटेंशन पाने के लिए इस तरह की हरकत करती रहती थीं । सूरज नें कहा की उनके इसी अजीबो गरीब आदतों की वजह से उन्होनें जिया के साथ दूरी बनानी शुरू कर दी । जिया दिल टूटने और सूरज से दूर होने का दर्द बर्दाश्त नही कर सकीं और उन्होनें मौत को गले लगाना ही बेहतर समझा । बहरहाल बॉम्बे हाई कोर्ट से अर्जी खारिच होने के बाद सुप्रिम कोर्ट राबिया की अर्जी मंजूर करती है और इस केस की एस आई टी जांच होती है या नही ये फिलहाल कह पाना मुश्किल है ।