“पद्मावती” को सीबीएफसी से नही मिली मंजूरी जानिए किन वजहों से खाली हांथ लौटे फिल्मेकर
संजय लीला भंसाली की मुश्किलें थमने का नाम नही ले रहीं फिल्मेकर संजय लीला भंसाली की अपकमिंग फिल्म पद्मावती अगले महीने की 1 तारिख को रिलीज़ होनी है लेकिन सेंसर बोर्ड नें फिल्म को अब तक मंजूरी नही दी है सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी नें फिल्म पद्मावती को सर्टीफिकेट ना देने की सबसे बड़ी वजह डॉक्यूमेंट्स का पूरा ना होना बताया प्रसून जोशी नें मीडिया को दी गई जानकारी में उन सभी वजहों का खुलासा किया जिन वजहो से पद्मावती को सेंसर बोर्ड सर्टीफिकेट नही दे सकता।
सीबीएफसी के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने हालही में पद्मावती को सर्टीफिकेट दिए जाने को लेकर ये जानकारी दी कि ‘पद्मावती’ की समीक्षा के लिए उनके पास आवेदन आया था, लेकिन फिल्म की टीम द्वारा भेजे गए कागजात पूरे नहीं थे। फिल्म के प्रोड्यूसर्स ने भी अपनी इस गलती को माना है कि उनका कागजी काम पूरा नही है। इसलिए सीबीएफसी ने कोई भी फैसला किए बिना फिल्म के प्रोड्यूसर्स का आवेदन उन्हें वापस लौटा दिया। प्रशून जोशी ने मीडिया को दिए गए बयान में कहा, फिल्म की “समीक्षा के लिए आवेदन इसी हफ्ते आया था। फिल्म के निर्माता ये बात अच्छे से जानते थे कि दाखिल किए कागजी काम पूरे नहीं हैं। फिर भी आवेदन दिया उन्होनें इस बात की जानकारी नही दी कि फिल्म काल्पनिक है या ऐतिहासिक घटना पर आधारित, इसके बारे में अब तक उनकी ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है जानकारी वाली जगह का स्थान खाली छोड़ा गया है। सीबीएफसी को अब तक औपचारिक कागज़ नही मुहैया कराए गए हैं और इसकी देरी के लिए सीबीएफसी को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है जो पूर्णता गलत है।
प्रशून जोशी ने फिल्मेकर संजय लीला भंसाली द्वारा मीडिया के कुछ नामी चेहरों को फिल्म दिखाए जाने पर भी अपनी नाराज़गी जाहिर की है। ज्ञात हो कि कुछ चुनिंदा पत्रकारों को फिल्म सेंसर बोर्ड से बिना मंजूरी मिले ही शुक्रवार और शनिवार को दिखाई गई।