संजय दतà¥à¤¤ की इस आदत से परेशान थे सà¥à¤¨à¥€à¤² दतà¥à¤¤, जूतों से की थी पिटाई

बॉलीवà¥à¤¡ इंडसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ के जाने-माने अà¤à¤¿à¤¨à¥‡à¤¤à¤¾ संजय दतà¥à¤¤ ने जितनी पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§à¤¿ अपने अà¤à¤¿à¤¨à¤¯ को लेकर पाई उतनी ही पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§à¤¿ या फिर आप यà¥à¤‚ कह सकते हैं कि उससे कहीं जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§à¤¿ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपनी रियल लाइफ में घटने वाली घटनाओं से मिली। संजय दतà¥à¤¤ की किसी बà¥à¤²à¥‰à¤•बसà¥à¤Ÿà¤° फिलà¥à¤® जैसी है। इस बात को संजय दतà¥à¤¤ की बायोपिक फिलà¥à¤® ‘संजू’ जलà¥à¤¦ हीं साबित करने वाली है।
इस फिलà¥à¤® में संजय दतà¥à¤¤ की जिंदगी के हर पहलू को बहà¥à¤¤ हीं बारिकी से दरà¥à¤¶à¤¾à¤¯à¤¾ गया है। हालांकि यहां मैं ‘संजू’ कि बात नहीं कर रही हूं, बà¥à¤²à¤•ि बात हो रही है संजय दतà¥à¤¤ के जीवन के उस पहलॠकी जब संजय दतà¥à¤¤ की à¤à¤• गंदी आदत से परेशान होकर पिता सà¥à¤¨à¥€à¤² दतà¥à¤¤ ने संजय दतà¥à¤¤ की जूतों से जमकर पिटाई कर दी थी6 जून 1929 को जनà¥à¤®à¥‡ संजय दतà¥à¤¤ के पिता सà¥à¤¨à¥€à¤² दतà¥à¤¤ का असली नाम बलराज दतà¥à¤¤ था। उनकी ज़िंदगी का à¤à¤• दौड़ à¤à¤¸à¤¾ था जब अपने बेटे संजय दतà¥à¤¤ की नसें की बà¥à¤°à¥€ आदतों से सà¥à¤¨à¥€à¤² दतà¥à¤¤ बहà¥à¤¤ ही जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ परेशान रहा करते थे। संजय के नशें की आदतें तो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ तनाव में लाने का मà¥à¤–à¥à¤¯ कारण थी हीं, साथ हीं 1993 में बॉमà¥à¤¬à¥‡ बम बà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿ में संजय दतà¥à¤¤ के नाम आने से à¤à¥€ सà¥à¤¨à¥€à¤² दतà¥à¤¤ की ज़िंदगी में तनाव और बढ़ चà¥à¤•ा था। ये उन दिनों की बात है जब सà¥à¤¨à¥€à¤² दतà¥à¤¤ पर ये आरोप à¤à¥€ लगाठगठथे कि, वो अपने बेटे संजय दतà¥à¤¤ की खातिर बाल ठाकरे के पास घंटों बैठे रहा करते थे।
संजय दतà¥à¤¤ ने à¤à¤• इंटरवà¥à¤¯à¥ के दौरान बताया था कि पहली बार जब वो बाथरà¥à¤® में छिप कर सिगरेट पी रहे थे कि तà¤à¥€ अचानक से सà¥à¤¨à¥€à¤² दतà¥à¤¤ à¤à¥€ वहां आ गठऔर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सिगरेट पीता हà¥à¤† देख लिया। सà¥à¤¨à¥€à¤² दतà¥à¤¤ संजय दतà¥à¤¤ से बहà¥à¤¤ हीं जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ नाराज़ हो गठथे। वो काफी परेशान हो गठथे। गà¥à¤¸à¥à¤¸à¥‡ में आकर सà¥à¤¨à¥€à¤² दतà¥à¤¤ ने संजय दतà¥à¤¤ की जूतों से जमकर पिटाई कर डाली थी।बता दें कि नशे की बà¥à¤°à¥€ लत की वजह से संजय दतà¥à¤¤ के हाथ से कई फिलà¥à¤®à¥‡à¤‚ निकल गई थी जिनमें फिलà¥à¤® ‘हीरो’ à¤à¥€ शामिल थी। ये फिलà¥à¤® पहले संजय दतà¥à¤¤ को ऑफर की गई थी लेकिन उनके डà¥à¤°à¤—à¥à¤¸ की लत की वजह से सà¥à¤à¤¾à¤· घई ने अपना फैसला बदल लिया और फिर ये फिलà¥à¤® जैकी शà¥à¤°à¥‰à¤« को दे दी।
फिलà¥à¤® ‘रॉकी’ के रिलीज होने से पहले ही संजय दतà¥à¤¤ डà¥à¤°à¤—à¥à¤¸ के आदी बन चà¥à¤•े थे। हालात à¤à¤¸à¥‡ हो गठथे कि à¤à¤• बार संजय दतà¥à¤¤ ने डà¥à¤°à¤—à¥à¤¸ लिया और सो गà¤à¥¤ जब उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥‚ख लगी तो वो उठे। संजय दतà¥à¤¤ की à¤à¤¸à¥€ हालत देखकर उनके पास बैठा नौकर रोने लगा। अपने रोते हà¥à¤ नौकर से जब संजय दतà¥à¤¤ ने पूछा कि आखिर तà¥à¤® रो कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ रहे ? हो तो उसने बताया कि, “आप दो दिन के बाद उठे हो”संजय दतà¥à¤¤ के पिता सà¥à¤¨à¥€à¤² दतà¥à¤¤ की आखिरी फिलà¥à¤® थी ‘मà¥à¤¨à¥à¤¨à¤¾ à¤à¤¾à¤ˆ MBBS’ इस फिलà¥à¤® में पिता और पà¥à¤¤à¥à¤° परà¥à¤¦à¥‡ पर à¤à¤• साथ नजर आठथे। हालांकि इससे पहले à¤à¥€ फिलà¥à¤® ‘रॉकी’ और ‘कà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯’ में दोनों ने à¤à¤• साथ अà¤à¤¿à¤¨à¤¯ किया था लेकिन किसी à¤à¥€ सीन में à¤à¤• साथ नजर नहीं आठथे।