ऋषि कपूर के साथ अनिरुद्ध तंवर ने पकाया ‘राजमा चावल’ जो लोगों को खूब पसंद आ रहा है.
ऋषि कपूर स्टारर फिल्म ‘राजमा चावल’ हाल ही में नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो चुकी है जिसे खूब पसंद किया जा रहा है. इस फिल्म में ऋषि कपूर के साथ अमायरा दस्तूर और अनिरुद्ध तंवर लीड रोल में हैं. इस फिल्म को लीना यादव ने डायरेक्ट किया है जो इससे पहले पार्च्ड जैसी फिल्म डायरेक्ट कर चुकी है.
इस फिल्म से अनिरुद्ध तंवर फिल्म डेब्यू कर रहे हैं, अनिरुद्ध इससे पहले लीना यादव की फिल्म पार्च्ड में अस्सिटेंट डायरेक्टर थे. उसी दौरान लीना यादव अनिरुद्ध के अंदर के एक्टर को पहचाना और उन्हें राजमा चावल फिल्म ऑफर की.
अनिरुद्ध कहते हैं ये किसी सपने के सच होने जैसा था. मैं विश्वास नहीं कर पा रहा था, जिस डायरेक्टर को में अस्सिट कर रहा हूँ वही मुझे अगली फिल्म में डायरेक्ट कर रही है. और इस फिल्म में ऋषि कपूर का आना सोने पर सुहागा था.
ऋषि कपूर के साथ काम करने के अनुभव पर अनिरुद्ध कहते हैं की वो जितने बड़े सुपरस्टार हैं उतने बड़े दिल वाले हैं उन्होंने मुझे कभी ये महसूस नहीं होने दिया की मैं एक नया एक्टर हूँ. और एक और बात की जब ऋषि सर ने इस फिल्म की कहानी सुनी थी तो उन्हें ये बहुत पसंद आयी और उन्होंने ही इसका नाम राजमा चावल रखा.
इस फिल्म के प्रोडूसरों में से एक अनिरुद्ध के पिता गुलाब सिंह तवंर भी है, जो इससे पहले भी कई फिल्मे प्रोडूस कर चुके हैं. अनिरुद्ध कहते हैं की उनके पिता को जब पहली बार पता चला की ये मैं एक्टर बनना चाहता हूँ तो उन्होने कहा की तुम्हे अपने काबिलयत पर ही फिल्मे करनी होगी, और पहली फिल्म को मिलने में करीब 6 – 7 साल लग गए. अनिरुद्ध आगे कहते हैं की जब राजमा चावल बन रही थी तो उस वक़त फिल्म की डायरेक्टर लीना की मेरे पिता से बात हुई और उन्होंने कहा की ये एक छोटी फिल्म है अगर आप इस फिल्म से जुड़ जाते है तो इसे और बड़े बजट की बना सकते हैं. इस पर मेरे पिता खुश हुए क्यूंकि फिल्म मुझे मेरी काबिलयत पर मिली थी. और वो इस फिल्म से जुड़ गए.
अनिरुद्ध से ये पूछने पर की राजमा चावल एक फ़ीचर फिल्म है पर ये थिएटर में रिलीज न होकर नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो रही है. वो इसे कैसे देखते हैं.
इस पर अनिरुद्ध कहते हैं की पहली बात तो ये है की मुझे फिल्म मिल गयी और वो रिलीज हो रही है यही बड़ी बात है. और दूसरी बात की नेटफ्लिक्स अपने आप में एक बहुत बड़ा माध्यम है जिस पर आपकी फिल्म को पूरी दुनिया में कोई भी देख सकता है, हाँ ये बात तो है की वो सिनेमा हॉल का मजा तो नहीं आ सकता पर मैं इस बात से खुश हूँ की जिसने भी अभी तक फिल्म देखि है उसे खूब पसंद आ रही है मुझे दुनिया भर से लोगों के मेसेज आ रहा हैं, ये अपने आप में मेरे लिए बहुत बड़ी बात है.
और अंत में अनिरुद्ध कहते हैं की राजमा चावल में दो जेनरेशन के गैप को सटीक तरीके से दिखाया गया है. कैसे समाज में आ रहे बदलाव के कारण परिवार में दूरियां बढ़ जाती हैं. बच्चे अपने मां-पिता से बात करने में भी कतराते हैं। इस फिल्म से हर को कनेक्ट करेगा क्यों ये हर घर की कहानी है.