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ये है ‘तारक मेहता का…’ वो आखिर सीन, जिसके बाद डॉ. हाथी छोड़कर चले गये सबको !

कवि कुमार आनंद का निधन सोमवार को दिल का दौरा पड़ने से हुआ था. ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ के इस प्यारे से कैरेक्टर को घर पर दिल का दौरा पड़ा था, इसके बाद उन्हें मीरा रोड स्थित वॉकहार्ट अस्पताल ले जाया गया तो उनका निधन हो चुका था.  कवि कुमार आनंद का विवाह नहीं हुआ था,  और वे अपनी मम्मी, पापा, बहन और भाई के साथ रहते थे. 45 वर्षीय कवि कुमार का जन्म 1973 में बिहार में हुआ था.

अब उनका आखिरी एपिसोड भी टेलीकास्ट हो चूका है.बुधवार के एपिसोड में गोकुलधान सोसायटी के सारे लोग बापूजी से मिलने उनके घर जाते हैं. जेठालाल देश से बाहर हैं और बापूजी ने जेठालाल के 100 करोड़ का लोन लेकर देश से भागना का सपना देखा था. इसी सपने को देख बापूजी काफी परेशान थे और सारे घरवाले इस बीच उनसे मिलने पहुंचते हैं.

एक्‍ट्रेस मुनमुन दत्ता ने अपनी इंस्‍टाग्राम स्‍टोरी में एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘यह वह आखिरी सीन है, जो हमने हाथी भाई के साथ शनिवार को शूट किया था. इसके बाद आगे आने वाले एपिसोड में जो भी सीन दिखाए जाएंगे, वह उनके साथ पहले ही शूट किए जा चुके थे.’ तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में कवि कुमार आजाद डॉ. हाथी के किरदार में थे, और वे हमेशा खाना खाने के दीवाने रहते थे. शो में वे डॉक्टर थे, लेकिन ओवरवेट डॉक्टर थे. उन्हें हर कोई बहुत प्यार करता था. कवि कुमार आजाद का निधन हार्ट अटैक की वजह से हुआ है, और जिस समय उन्हें दिल का दौरा पड़ा वे घर पर थे.

कवि कुमार ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ का हिस्सा बनने से पहले ‘मेला’ और ‘जोधा अकबर’ जैसी फिल्मों में नजर आ चुके थे. कवि कुमार को कविताएं लिखने का भी बेहद शौक था, कवि कुमार ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ के साथ इस कॉमेडी सीरियल के शुरू होने के एक साल बाद जुड़े थे.

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